इंडसइंड बैंक ने कहा है कि उसने ऑडिट के लिए ईएंडवाय को नियुक्त नहीं किया है। बैंक ने इस बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को एक स्पष्टीकरण दिया है। इसमें उसने कहा है कि ईएंडवाय की सेवाएं कुछ खास रिकॉर्ड को रिव्यू करने में ऑडिट डिपार्टमेंट की मदद करने के लिए ली गई हैं। दरअसल, करीब एक महीने पहले बैंक ने कहा था कि उसे आंतरिक जांच में अपने फॉरेक्स डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अनियमितता का पता चला है। बताया जाता है कि इससे बैंक के नेटवर्थ को करीब 1,600 करोड़ रुपये के नुकसान पहुंचने का अनुमान था। इस खबर के आने के बाद बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी।