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इंडसइंड बैंक के शेयर क्यों हुए धड़ाम? 5% गिरकर 52-वीक लो पर आया भाव, ब्रोकरेज ने घटा दिए टारगेट प्राइस

IndusInd Bank Shares: इंडसइंड बैंक के शेयर आज 10 मार्च को कारोबार के दौरान करीब 5% तक गिरकर पिछले एक साल के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब कई ब्रोकरेज फर्मों और एनालिस्ट्स ने इंडसइंड बैंक के शेयरों की रेटिंग और टारगेट प्राइस दोनों में कटौती की है। ऐसा तब हुआ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के मौजूदा सीईओ सुमंत कठपालिया के कार्यकाल को एक साल तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Mar 10, 2025 पर 10:16 AM
इंडसइंड बैंक के शेयर क्यों हुए धड़ाम? 5% गिरकर 52-वीक लो पर आया भाव, ब्रोकरेज ने घटा दिए टारगेट प्राइस
IndusInd Bank Shares: इंडसइंड बैंक के शेयरों में 1,576 रुपये के हालिया शिखर से 40% से अधिक की गिरावट आ चुकी है

IndusInd Bank Shares: इंडसइंड बैंक के शेयर आज 10 मार्च को कारोबार के दौरान करीब 5% तक गिरकर पिछले एक साल के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब कई ब्रोकरेज फर्मों और एनालिस्ट्स ने इंडसइंड बैंक के शेयरों की रेटिंग और टारगेट प्राइस दोनों में कटौती की है। ऐसा तब हुआ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के मौजूदा सीईओ सुमंत कठपालिया के कार्यकाल को एक साल तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है। जबकि बोर्ड ने सीईओ के लिए 3-साल का कार्यकाल विस्तार मंजूर कर लिया था। शेयर बाजार में बढ़ते दबाव और बैंक के प्रदर्शन को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है।

इंडसइंड बैंक के शेयर सोमवार को कारोबार की शुरुआत में करीब 5% गिरकर ₹881.10 पर आ गए थे। यह इसका पिछले 52 सप्ताह का निचला स्तर है। फिलहाल शेयर में इसके 1,576 रुपये के हालिया शिखर से करीब 40% से अधिक की गिरावट आ चुकी है।

एनालिस्ट्स की चिंताएं और डाउनग्रेड

UBS ने इंडसइंड बैंक के शेयरों की रेटिंग को "Buy" से घटाकर "Sell" कर दिया और टारगेट प्राइस को 1,090 रुपये से घटाकर 850 रुपये कर दिया। ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुमंत कठपालिया के कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ाने का फैसला निकट अवधि में अर्निंग्स के लिहाज से नकारात्मक है। एनालिस्ट्स का मानना है कि इस दौरान बैंक का ध्यान नियामक दिशानिर्देशों को पूरा करने पर फोकस होगा, जिससे रणनीतिक दिशा में कमी और ग्रोथ में सुस्ती आ सकती है। यूबीएस ने वित्त वर्ष 2026-27 के लिए बैंक के अर्निंग प्रति शेयर (EPS) अनुमान को 10.5 प्रतिशत तक कम कर दिया।

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