Infosys Share Price: कमजोर नतीजे ने तोड़ दी शेयरों की कमर, मुनाफा निकाल लें या अभी लौटेगी तेजी?

Infosys Share Price: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के शेयर आज इंट्रा-डे में 2 फीसदी से अधिक टूट गए। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स BSE Sensex और Nifty 50 ने जोरदार वापसी तो की लेकिन इंफोसिस के शेयर अभी भी रेड जोन में बने हुए हैं। मार्च तिमाही के कमजोर नतीजे ने इसके शेयरों को तगड़ी चोट दी है। इसका रेवेन्यू और प्रॉफिट बढ़ा तो है लेकिन यह मार्केट की उम्मीद से कम रही

अपडेटेड Apr 19, 2024 पर 4:08 PM
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इंफोसिस के लिए मार्च तिमाही अनुमान से कमजोर रहने के बावजूद ब्रोकरेजेज ने इसकी रेटिंग को कायम रखा है लेकिन टारगेट प्राइस को घटा दिया है।

Infosys Share Price: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के शेयर आज इंट्रा-डे में 2 फीसदी से अधिक टूट गए। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स BSE Sensex और Nifty 50 ने जोरदार वापसी तो की लेकिन इंफोसिस के शेयर अभी भी रेड जोन में बने हुए हैं। मार्च तिमाही के कमजोर नतीजे ने इसके शेयरों को तगड़ी चोट दी है। इसका रेवेन्यू और प्रॉफिट बढ़ा तो है लेकिन यह मार्केट की उम्मीद से कम रही। दिन के आखिरी में BSE पर यह 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 1411.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 2.88 फीसदी टूटकर 1379.70 रुपये के भाव तक आ गया था।

कैसी रही Infosys की मार्च तिमाही

पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च 2024 में इंफोसिस का 37,923 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। हालांकि 13 ब्रोकरेज के कैलकुलेशन के मुताबिक कंपनी को 38413 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल होना चाहिए था। कंपनी को मार्च 2024 तिमाही में 7,969 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ जो सालाना आधार पर 30.5 फीसदी अधिक रहा लेकिन एनालिस्ट्स के अनुमान से कम ही रहा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक मजबूत सौदे हासिल करने के बावजूद इंफोसिस के नतीजे अच्छे नहीं रहे। पूरे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू 1.4 फीसदी बढ़ा जो कॉन्स्टैंट करेंसी टर्म में कंपनी के 1.5-2.0 फीसदी के गाइडेंस से कम ही रहा।


ब्रोकरेज का क्या है रुझान

इंफोसिस के लिए मार्च तिमाही अनुमान से कमजोर रहने के बावजूद ब्रोकरेजेज ने इसकी रेटिंग को कायम रखा है लेकिन टारगेट प्राइस को घटा दिया है। मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि नियर टर्म की कमजोरियों के बावजूद मीडियम टर्म में आईटी खर्च में तेजी का इसे तगड़ा फायदा मिलेगा। वैश्विक ब्रोकरेज नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का मानना गै कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में डिस्क्रेशनरी खर्चों में तेजी से इंफोसिस की ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा। तब तक यह शेयर साइडवेज चाल में चलेगा और टीसीएस की तुलना में इसमें तेजी कम आएगी।

एक और ब्रोकरेज सिटी का कहना है कि इंफोसिस में गिरावट पर निवेशकों को 1350 रुपये के आस-पास खरीदारी का रुझान अपनाना चाहिए। हालांकि ब्रोकरेज ने इसका टारगेट प्राइस घटा दिया है। सिटी ने इसे 1550 रुपये के टारगेट प्राइस पर न्यूट्रल, नोमुरा ने 1400 रुपये के टारगेट प्राइस न्यूट्रल, प्रभुदास लीलाधर ने 1375 रुपये के टारगेट पर होल्ड, नुवामा ने 1720 रुपये के टारगेट और मोतीलाल ओसवाल ने 1650 रुपये के टारगेट पर खरीदारी की रेटिंग दी है।

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