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Stocks to Watch: इन 3 सरकारी कंपनियों को हो सकता है रिकॉर्ड मुनाफा, ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइस

OMC Stocks: इनवेस्टेक ने इंडियन ऑयल का टारगेट प्राइस 110 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये कर दिया है। वहीं भारत पेट्रोलियम के टारगेट प्राइस को उसने 230 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया है। हालांकि ब्रोकरेज ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) पर अपनी 'होल्ड' रेटिंग को बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस को 360 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया है

अपडेटेड Sep 12, 2024 पर 11:02 AM
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OMC Stocks: ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम 73 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया है

Stocks to Watch: क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) के लिए बड़ा मुनाफा कमाने का रास्ता खोल दिया है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म इनवेस्टेक (Investec) का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें 75 डॉलर प्रति बैरल के नीचे गिर गई हैं, जिससे OMCs को अपने मार्जिन बढ़ाने का मौका मिल रहा है। ब्रोकरेज ने कहा कि कच्चे तेल के दाम में आई गिरावट से तेल कंपनियों के इनपुट कॉस्ट में कमी आई है, जिससे उन्हें अपने प्रोडक्ट्स पर अधिक मार्जिन कमाने का मौका मिलेगा। साथ ही, OMCs इन्वेंट्री गेन से भी लाभ उठा सकती हैं, क्योंकि वे सस्ते दामों पर तेल का स्टॉक भरकर भविष्य में मुनाफा कमा सकती हैं।

इनवेस्टेक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) जैसी कंपनियों के लिए यह मुनाफा रिकॉर्ड स्तर तक जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद, सरकार पर महाराष्ट्र चुनाव से पहले फ्यूल की कीमतों को कम करने का दबाव रहेगा। अगर ऐसा कोई फैसला होता है तो यह कंपनियों के मुनाफे पर असर डाल सकता है। इससे OMCs के लिए मुनाफे में अस्थिरता आने की संभावना है।

टारगेट प्राइस में बदलाव

इनवेस्टेक ने इंडियन ऑयल का टारगेट प्राइस 110 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये कर दिया है। वहीं भारत पेट्रोलियम के टारगेट प्राइस को उसने 230 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया है। हालांकि ब्रोकरेज ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) पर अपनी 'होल्ड' रेटिंग को बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस को 360 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया है।


ONGC और Oil India पर असर

हालांकि, कच्चे तेल की गिरावट से ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी ऑयल ड्रिलिंग करने वाली कंपनियों के मुनाफे पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के कारण इन कंपनियों के प्रोडक्ट्स के मार्जिन पर दबाव बढ़ेगा और पुराने महंगे स्टॉक्स पर इन्वेंट्री लॉस हो सकता है।

क्यों गिर रही है कच्चे तेल की कीमतें?

ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम पिछले नौ महीनों के सबसे निचले स्तर 73 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया है। यह गिरावट चीन में फ्यूल की मांग में कमी के चलते हो रही है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से इस्तेमाल बढ़ रहा है। क्रूड ऑयल का इंपोर्ट करने वाले दुनिया के सबसे बड़े देश, चीन में मांग की कमी ने ब्रेंट क्रूड के दाम पर दबाव डाला है।

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