रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने 20 जुलाई को शेयरधारकों को बताया है कि डीमर्जर के बाद RIL के शेयर की एक्विजिशन कॉस्ट 95.32 फीसदी है और RSIL के शेयर का 4.68 फीसदी है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया है, "आपको कंपनी में डीमर्जर से पहले इक्विटी शेयरों की एक्विजिशन कास्ट इस तरह से निकालनी चाहिए।" RSIL का मतलब रिलायंस स्ट्रेटेजिक इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड है। यह बिजनेस 20 जुलाई को RIL से अलग होने जा रहा है। इसका नाम बदलकर अब जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) हो जाएगा। बाद में इसकी लिस्टिंग स्टॉक एक्सचेंजों पर कराई जाएगी।