Lenskart IPO Discount Listing: इस साल कई बड़े आईपीओ और उन्हें लेकर निवेशकों का रुझान भी शानदार दिखा और लिस्टिंग पर उन्हें अच्छा मुनाफा भी हुआ है। हालांकि इस साल ₹4000 करोड़ से अधिक साइज के आईपीओज की बात करें तो निवेशकों के शानदार रुझान के बावजूद इसके शेयरों की करीब 3% डिस्काउंट पर एंट्री ने आईपीओ निवेशकों को तगड़ा झटका दिया और ऐसा झटका सिर्फ लेंसकार्ट के आईपीओ निवेशकों को ही लगा। इसके ₹7,278.76 करोड़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹402 के भाव पर जारी शेयरों की BSE पर ₹390.00 और NSE पर ₹395.00 पर एंट्री हुई है।
कैसी रही इस साल के बड़े आईपीओ की लिस्टिंग?
लेंसकार्ट की कमजोर लिस्टिंग को छोड़ दें तो इस साल आई दूसरी बड़ी कंपनियों की घरेलू स्टॉक मार्केट में एंट्री धमाकेदार रही। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया (LG Electronics India) के ₹11,600 करोड़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को ₹1140 के भाव पर शेयर जारी हुए थे और इसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 50% के प्रीमियम पर एंट्री हुई। इसी प्रकार एंथेम बॉयोसाइंसेज (Anthem Biosciences) के ₹3,395 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹570 के भाव पर जारी हुए शेयरों की करीब 27% प्रीमियम नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के ₹4,011 करोड़ के आईपीओ के तहत जारी ₹800 के शेयरों की 10% प्रीमियम पर एंट्री हुई।
वहीं ट्रैवल फूड सर्विसेज के ₹2,000 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹1100 के भाव पर शेयर जारी हुए थे और निवेशकों को 2% से अधिक का लिस्टिंग गेन मिला था। इसके अलावा टाटा कैपिटल के ₹15,511 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹326 के भाव पर जारी शेयरों की 1% से अधिक तो एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के ₹15,511 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹740 के भाव पर जारी शेयरों की करीब 13% पर एंट्री हुई थी।
Lenskart की लिस्टिंग क्यों रही फीकी?
लेंसकार्ट सॉल्यूशंस की घरेलू स्टॉक मार्केट में रेड जोन में एंट्री हुई। मजबूत ब्रांड और आईपीओ को तगड़ी बोली के बावजूद लेंसकार्ट सॉल्यूशंस ने आईपीओ निवेशकों को निराश किया। स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट की प्रमुख (वेल्थ) शिवानी न्याति का कहना है कि वर्टिकली इंटीग्रेटेड बिजनेस मॉडल और इन-हाउस मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ ऑफलाइन और ऑनलाइन चैनल्स में मजबूत उपस्थिति के दम पर लेंसकार्ट काफी मजबूत दिख रही है लेकिन हाई वैल्यूएशन, हालिया घाटे और बढ़ते कॉम्पटीशन के चलते शॉर्ट-टर्म सेंटिमेंट पर दबाव पड़ा। उन्होंने आईपीओ निवेशकों को सलाह दी है कि अगर शेयर मिले हैं तो मीडियम से लॉन्ग टर्म तक इसे होल्ड कर सकते हैं लेकिन ₹350 पर स्टॉप लॉस जरूर लगा लें।
एक और स्वतंत्र मार्केट एनालिस्ट अंबरीश बालिगा ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में कहा कि लेंसकार्ट की कमजोर लिस्टिंग ने यह दिखा दिया है कि आईपीओ में निवेश के लिए हाई वैल्यूएशन कितनी बड़ी चिंता है। उनका कहना है कि बिजनेस मॉडल के हिसाब से लेंसकार्ट अच्छी कंपनी दिख रही है लेकिन फिलहाल इसका वैल्यूएशन काफी हाई है।
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