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Market Outlook : Sensex-Nifty लगातार 7वें दिन बढ़त पर बंद, जानिए आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market news:बाजार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नरम लहजे से भी राहत महसूस की है। ट्रंप ने पहले फेड चेयर जेरोम पॉवेल की ब्याज दरों में तेजी से कमी न करने के लिए आलोचना की थी। लेकिन उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि पॉवेल को हटाने की उनकी कोई योजना नहीं है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 23, 2025 पर 4:24 PM
Market Outlook : Sensex-Nifty लगातार 7वें दिन बढ़त पर बंद, जानिए आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
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Stock market : 23 अप्रैल को निफ्टी 24,300 से ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा और भारतीय इक्विटी इंडेक्स मजबूत नोट पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 520.90 अंक या 0.65 फीसदी बढ़कर 80,116.49 पर और निफ्टी 161.70 अंक या 0.67 फीसदी बढ़कर 24,328.95 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1989 शेयरों में तेजी आई, 1832 शेयरों में गिरावट आई और 141 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेक्टोरल फ्रंट पर नजर डालें तो आईटी इंडेक्स में 4 फीसदी की तेजी आई, ऑटो इंडेक्स में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि पीएसयू बैंक,कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.5-1 फीसदी की गिरावट आई।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, विप्रो, इंफोसिस निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 फीसदी की बढ़त हुई।

एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) नेट बॉयर बने रहे और उन्होंने मंगलवार को 1,290.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार का कहना है कि एफआईआई की लगातार खरीदारी भारतीय इक्विटी के लिए सपोर्ट का एक मजबूत आधार रही है।

इस बीच प्रेसीडेंट ट्रंप ने फेड चेयरमैन के खिलाफ बयानबाजी में नरमी बरती है। बाजार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नरम लहजे से भी राहत महसूस की है। ट्रंप ने पहले फेड चेयर जेरोम पॉवेल की ब्याज दरों में तेजी से कमी न करने के लिए आलोचना की थी। लेकिन उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि पॉवेल को हटाने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, "मेरा उन्हें हटाने का कोई इरादा नहीं है। " हालांकि उन्होंने फिर से केंद्रीय बैंक से दरों में कटौती पर विचार करने का आग्रह किया है।

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