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Market outlook : गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 28 अप्रैल को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : आज आईटी को छोड़कर दूसरे सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। मीडिया, मेटल, पीएसयू, टेलीकॉम, पावर, तेल एवं गैस, रियल्टी में 2-3 फीदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 2.5 फीसदी की गिरावट आई। निफ्टी पर एक्सिस बैंक,अदाणी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स और ट्रेंट सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 25, 2025 पर 11:01 PM
Market outlook : गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 28 अप्रैल को कैसी रह सकती है इसकी चाल
आज के कारोबारी सत्र में छोटे-मझोले शेयरों पर दबाव देखने को मिली। इसके चलते निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 दोनों इंडेक्सों में 2.5 फीसदी की गिरावट आई

Stock market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 25 अप्रैल को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी 24,000 के आसपास रहा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 588.90 अंक या 0.74 फीसदी की गिरावट के साथ 79,212.53 पर और निफ्टी 207.35 अंक या 0.86 फीसदी की गिरावट के साथ 24,039.35 पर बंद हुआ। आज लगभग 682 शेयरों में तेजी आई, 3138 शेयरों में गिरावट आई और 115 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

आईटी को छोड़कर दूसरे सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। मीडिया, मेटल, पीएसयू, टेलीकॉम, पावर, तेल एवं गैस, रियल्टी में 2-3 फीदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 2.5 फीसदी की गिरावट आई। निफ्टी पर एक्सिस बैंक,अदाणी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स और ट्रेंट सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे। जबकि एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंफोसिस, टीसीएस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक के शेयर सबसे ज्यादा तेजी में रहे।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार इस समय अच्छी और खराब परिस्थितियों के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहा है। अच्छी बात यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से पिछले सप्ताह 29,513 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है,जिससे सेंटीमेंट मजबूत हुआ है। डॉलर में मजबूती के साथ ही अमेरिकी शेयरों में निवेश का रुझान कम हुआ है। एफआईआई की ओर से हो रही खरीदारी शॉर्ट टर्म में बाजार को सपोर्ट कर सकती है।

एक और उत्साहजनक संकेत अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट के बयान से आया है, जिन्होंने कहा है कि भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता करने वाला पहला देश हो सकता है। चीन की ओर से नरम प्रतिक्रिया के बीच अमेरिका अपनी व्यापार साझेदारी को व्यापक बनाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था निवेशकों को आकर्षित कर सकती है। हालांकि,बाजारों पर हालिया आतंकवादी हमले और उसके चलते पैदा हुए जियो पोलिटिकल तनाव का असर देखने को मिल सकता है।

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