Vrishchik Sankranti 2025: भगवान सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तब संक्रांति होती है। आज रविवार के दिन वो तुला राशि से निकलकर मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है। इस राशि में सूर्य देव 15 दिसंबर तक विराजमान रहेंगे। इसके अगले दिन सूर्य देव धनु राशि में गोचर करेंगे। संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने का बहुत महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संक्रांति के दिन स्नान-दान करने से ग्रह दोष से छुटकारा मिलता है और जीवन से संकट टल जाते हैं। आइए जानें आज होने वाले संक्रांति के दिन जीवन में खुशहाली के लिए क्या उपाय कर सकते हैं। साथ ही इस दिन महापुण्य काल और पुण्य काल कब होगा।
