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Maruti Suzuki Shares: बजट नियमों से ₹850 करोड़ घट सकता है नेट प्रॉफिट, फिर भी शेयरों पर नहीं दिखा कोई असर

Maruti Suzuki Share Price: शेयर बाजार में तेजी के बीच मारुति सुजुकी के शेयर सोमवार 19 अगस्त को शुरुआती कारोबार में सपाट कारोबार कर रहे थे। कंपनी ने एक दिन पहले बताया कि केंद्र सरकार ने बजट में डेट इनवेस्टमेंट से जुड़े इंडेक्सेशन लाभ को हटा दिया है। इसके चलते दूसरी तिमाही के दौरान उसके शुद्ध मुनाफे में करीब 850 करोड़ रुपये तक की गिरावट आ सकती है

Moneycontrol Newsअपडेटेड Aug 19, 2024 पर 10:54 AM
Maruti Suzuki Shares: बजट नियमों से ₹850 करोड़ घट सकता है नेट प्रॉफिट, फिर भी शेयरों पर नहीं दिखा कोई असर
Maruti Suzuki Share Price: मारुति सुजुकी को 850 करोड़ रुपये की अतिरिक्त प्रोविजनिंग करनी पड़ेगी

Maruti Suzuki Share Price: शेयर बाजार में तेजी के बीच मारुति सुजुकी के शेयर सोमवार 19 अगस्त को शुरुआती कारोबार में सपाट कारोबार कर रहे थे। कंपनी ने एक दिन पहले बताया कि केंद्र सरकार ने बजट में डेट इनवेस्टमेंट से जुड़े इंडेक्सेशन लाभ को हटा दिया है। इसके चलते दूसरी तिमाही के दौरान उसके शुद्ध मुनाफे में करीब 850 करोड़ रुपये तक की गिरावट आ सकती है। NSE पर सुबह 10.30 बजे के करीब, मारुति सुजुकी के शेयर 0.17 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 12,192 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 18 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयरों का भाव करीब 30 फीसदी बढ़ा है।

कंपनी ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में इंडेक्सेशन लाभ को वापस लेने का प्रस्ताव रखा था। इसके चलते उसे डेट म्यूचुअल फंड पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स निकालते समय करीब 850 करोड़ रुपये तक के डेफर्ड टैक्स लायबिलिटी के लिए प्रोविजंस बढ़ाना पड़ेगा।

बता दें कि बजट के साथ पेश किए फाइनेंस बिल में 1 अप्रैल 2023 से पहले खरीदे गए डेट म्यूचुअल फंड पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स को निकालते समय इंडेक्सेशन लाभ के प्रावधान को वापस ले लिया गया है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि वह इन इनवेस्टमेंट के संभावित लाभ पर आने वाली टैक्स लायबिलिटी के लिए अकाउंटिंग प्रोविजंस कर रही है।

कंपनी ने कहा उसकी दूसरी तिमाही के नतीजों पर इसका एक बार असर देखने को मिल सकता है। मारुति सुजुकी इंडिया के चीफ इनवेस्टर्स रिलेशंस ऑफिसर्स राहुल भारती ने एक बयान में कहा कि यह इस समय केवल एक अकाउंटिंग प्रोविजंस है, क्योंकि मार्क टू मार्केट लाभ पर इंडेक्सेशन लाभ को हटाते हुए टैक्स नियमों में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा, "वास्तविक टैक्स की राशि भविष्य में तब पता चलेगी, जब हम उन म्यूचुअल फंडों को भुनाएंगे।"

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