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Maruti Suzuki Stocks: चौथी तिमाही में मिलेजुले नतीजें, कंपनी की उम्मीद पहली ईवी e-Vitara पर टिकी

पिछले कुछ सालों में ग्राहकों की दिलचस्पी SUV में बढ़ी है। इसका असर एंट्री लेवल व्हीकल्स की सेल्स पर पड़ा है। इससे कंपनियों को घरेलू बाजार में सेल्स वॉल्यूम बढ़ाने में दिक्कत आ रही है। मारुति की उम्मीदें अब अपनी इलेक्ट्रिक कार e-Vitara पर टिकी हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 26, 2025 पर 6:32 PM
Maruti Suzuki Stocks: चौथी तिमाही में मिलेजुले नतीजें, कंपनी की उम्मीद पहली ईवी e-Vitara पर टिकी
25 अप्रैल को मारुति का स्टॉक 2.1 फीसदी गिरकर 11, 652 रुपये पर बंद हुआ।

मारुति सुजुकी के चौथी तिमाही के नतीजे मिलेजुले रहे। कंपनी के रेवेन्यू में इजाफा हुआ, लेकिन एबिड्टा मार्जिन मार्केट के अनुमान से कम रहा। इस दौरान कंपनी का वॉल्यूम 3.5 फीसदी और रियलाइजेशन 2.7 फीसदी बढ़ा। इससे कंपनी की नेट सेल्स साल दर साल आधार पर 6.4 फीसदी बढ़ी, जो किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा है। इसमें एक्सपोर्ट्स का बड़ा हाथ रहा, जिसकी ग्रोथ साल दर साल आधार पर 8.1 फीसदी रही। हालांकि, इंडिया में कंपनी की सेल्स में साल दर साल आधार पर सिर्फ 2.8 फीसदी इजाफा हुआ।

Ebitda मार्जिन घटने से मार्केट को निराशा

EBITDA मार्जिन में साल दर साल आधार पर 173 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट ने निराश किया। इसमें हायर मैटेरियल कॉस्ट और एंप्लॉयीज कॉस्ट बढ़ने का हाथ है। पैसेंजर व्हीकल कंपनियों के लिए फाइनेंशियल ईयर 2024-25 अच्छा नहीं रहा। इसकी वजह शहरों में व्हीकल्स की कमजोर मांग रही। लेकिन, ऑटो कंपनियों के लिए मीडियम टू लॉन्ग टर्म आउटलुक अच्छा दिख रहा है। घरेलू डिमांड कमजोर है, लेकिन एक्सपोर्ट में अच्छी ग्रोथ दिखी है। लगातार चौथे साल Maruti Suzuki टॉप एक्सपोर्टर बनी रही। इंडिया के कुल पैसेंजर व्हीकल्स एक्सपोर्ट में मारुति की हिस्सेदारी करीब 43 फीसदी पहुंच गई है।

एसयूवी में बढ़ती दिलचस्पी का सेल्स वॉल्यूम पर असर

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