Get App

MCX के शेयर पहुंचे नई ऊंचाई पर, SEBI प्रमुख के इस बयान ने भरी चाबी

MCX Share Price: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के शेयर आज तूफानी स्पीड से ऊपर चढ़े और रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। इसके शेयरों को दो अहम बातों से सपोर्ट मिला। एक तो बाजार नियामक सेबी (SEBI) प्रमुख के बयान से और दूसरा सोने-चांदी की बढ़ती चमक। जानिए आखिर सेबी प्रमुख का क्या कहना है और सोना-चांदी किस लेवल पर पहुंचा है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Dec 22, 2025 पर 5:36 PM
MCX के शेयर पहुंचे नई ऊंचाई पर, SEBI प्रमुख के इस बयान ने भरी चाबी
MCX Share Price: घरेलू स्टॉक मार्केट में आज लगातार दूसरे दिन काफी रौनक रही। इस रौनक के बीच तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के शेयर तो 5% की तूफानी तेजी से नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए।

MCX Share Price: घरेलू स्टॉक मार्केट में आज लगातार दूसरे दिन काफी रौनक रही। इस रौनक के बीच तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के शेयर तो 5% की तूफानी तेजी से नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। खरीदारी का जोर इतना अधिक रहा, दिन के आखिरी तक इसकी अधिकतर मजबूती बनी रही। इसे सेबी प्रमुख के बयान और गोल्ड-सिल्वर की ताबड़तोड़ तेजी से सपोर्ट मिला। इन दोनों ने मिलकर एमसीएक्स के शेयरों को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया और एनएसई पर यह 5.24% उछलकर ₹10,847.00 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह हल्का-सा नरम होकर 4.95% की बढ़त के साथ ₹10,817.00 पर बंद हुआ।

SEBI प्रमुख के किस बयान ने भरी MCX में चाबी

सेबी प्रमुख तुहिन कांता पांडेय के मुताबिक सेबी की योजना नॉन-एग्रीकल्चरल कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट के रिव्यू के लिए वर्किंग ग्रुप बनाने की योजना है जिसका नोटिफिकेशन जल्द ही जारी हो सकता है। उन्होंने 20 दिसंबर को 11वें इंटरनेशनल कंवेंशन ऑफ द कमोडिटी एंड कैपिटल पार्टिसिपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CPAI) में कहा कि सेबी कमोडिटी डेरिवेटिव्स मार्केट में बैंकों और बीमा कंपनियों की भागीदारी को लेकर आरबीआई और इरडा से बातचीत कर रहा है। उनका मानना है कि इंस्टीट्यूशनल भागीदारी से लिक्विडिटी बढ़ेगी जिससे हेजिंग के लिहाज से मार्केट का आकर्षण बढ़ेगा।

तुहिन कांता का कहना है कि सभी से बातचीत के बाद नॉन-वर्किंग एग्रीकल्चरल कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट को लेकर एक और वर्किंग ग्रुप बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृषि और कमोडिटी डेरिवेटिव्स इकोसिस्टम को लेकिन एक वर्किंग ग्रुप पहले ही बन चुका है। वर्किंग ग्रुप मार्जिन,पोजिशन लिमिट्स, डिलीवरी और सेटलमेंट मैकेनिज़्म से जुड़े मौजूदा नियामकीय ढांचे की समीक्षा कर रहा है। सेबी प्रमुख ने टैक्स से जुड़ी दिक्कतों को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जीएसटी से जुड़ी कई चुनौतियां हैं जिन्हें सुलझाने की ज़रूरत है। कमोडिटी मार्केट के वास्तविक विकास के लिए सेबी प्रमुख ने कहा कि जीएसटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट और जीएसटी काउंसिल के साथ मिलकर काम करना होगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें