मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर दांव लगाने वाले निवेशकों ने ऐसी पिटाई की उम्मीद नहीं की होगी। मार्च 2020 के बाद पहली बार मिडकैप और स्मॉलकैप की ऐसी पिटाई हुई है। फरवरी में हुई इस पिटाई से रिटेल इनवेस्टर्स का धैर्य टूटता नजर आ रहा है। उनका पोर्टफोलयो बड़े नुकसान में आ गया है। खास बात यह कि मार्च में भी स्थिति बदलने की उम्मीद कम दिख रही है। फरवरी में बीएसई स्मॉलकैप 14 फीसदी गिरा। इससे पहले मार्च 2020 में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 10.8 फीसदी लुढ़का था।