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मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने Zepto में खरीदे 10 करोड़ डॉलर के शेयर, शुरुआती निवेशकों से किया लेनदेन

Zepto एक ऐसी फर्म बनना चाहती है, जिसका मालिकाना हक मुख्य रूप से भारतीय निवेशकों के पास हो। जेप्टो एक क्विक कॉमर्स कंपनी है। इसके कॉम्पिटीटर्स में एटर्नल के मालिकाना हक वाली ब्लिंकइट और स्विगी इंस्टामार्ट शामिल हैं

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड May 12, 2025 पर 6:52 PM
मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने Zepto में खरीदे 10 करोड़ डॉलर के शेयर, शुरुआती निवेशकों से किया लेनदेन
ओसवाल और अग्रवाल दोनों ने जेप्टो के शुरुआती निवेशकों से शेयर खरीदे हैं।

मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने व्यक्तिगत रूप से क्विक कॉमर्स यूनिकॉर्न जेप्टो में 5-5 करोड़ डॉलर के शेयर खरीदे हैं। ये दोनों मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) के फाउंडर हैं। मनीकंट्रोल को इस खरीद की बात, मामले की जानकारी रखने वाले लोगों से पता चली है। 10 करोड़ डॉलर की कुल सेकेंडरी शेयर बिक्री ऐसे समय में हुई है, जब जेप्टो डोमेस्टिक ओनरशिप को बढ़ा रही है। कंपनी एक ऐसी फर्म बनना चाहती है, जिसका मालिकाना हक मुख्य रूप से भारतीय निवेशकों के पास हो।

सूत्रों ने बताया कि ओसवाल और अग्रवाल दोनों ने जेप्टो के शुरुआती निवेशकों से शेयर खरीदे हैं। इन निवेशकों में से ज्यादातर विदेशी निवेशक हैं, जिनमें रॉकेट इंटरनेट, लैची ग्रूम और अन्य शामिल हैं। इस शेयर खरीद के अलावा मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, जेप्टो में 25 करोड़ डॉलर की राशि के एक और सेकेंडरी राउंड का नेतृत्व करने की भी तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि फर्म अपने घरेलू निवेशकों से पैसे जुटाएगी और जेप्टो के विदेशी निवेशकों से शेयर खरीदेगी। एडलवाइस और हीरो फिनकॉर्प भी 25 करोड़ डॉलर के शेयर खरीद राउंड में भाग लेंगे।

प्रतिद्वंदी ​ब्लिंकइट अपनाने जा रही फुल इन्वेंट्री-ओनरशिप मॉडल

जेप्टो की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी एटर्नल के मालिकाना हक वाली ब्लिंकइट ने हाल ही में कहा था कि वह इन्वेंट्री की डायरेक्ट ओनरशिप लेकर कंपनी के ऑपरेटिंग मॉडल में बदलाव करने की तैयारी कर रही है। अभी तक, सभी क्विक कॉमर्स फर्म्स ने मार्केटप्लेस मॉडल संचालित किया है। ब्लिंकइट ने कहा है कि फुल इन्वेंट्री-ओनरशिप मॉडल के तहत, वित्त वर्ष 2025 के लिए ब्लिंकइट की वर्किंग कैपिटल रिक्वायरमेंट 1,000 करोड़ रुपये से कम रहेगी। यह इसकी अनुमानित नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) 22,000 करोड़ रुपये का लगभग 5 प्रतिशत है।

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