2021 में निफ्टी में अब तक 21 फीसदी औऱ सेंसेक्स में 19 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इक्विटी बाजार का दिग्गजों का कहना है कि रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी और जोरदार लिक्विडिटी की वजह से आगे भी बाजार में तेजी जारी रहेगी।
2021 में निफ्टी में अब तक 21 फीसदी औऱ सेंसेक्स में 19 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इक्विटी बाजार का दिग्गजों का कहना है कि रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी और जोरदार लिक्विडिटी की वजह से आगे भी बाजार में तेजी जारी रहेगी।
सुधरते मैक्रो इकोनॉमिक आंकड़ों, पहली तिमाही में के अच्छे नतीजों और आरबीआई की नरम नीतियों के चलते भारतीय बाजारा लगातार हाई पर पाी लगा रहे हैं। कोरोना महामारी के आने के बाद भारतीय बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। इकोनॉमी को सहारा देनें के लिए केंद्रीय बैंक ने दरों में नरमी बनाए रखी और सरकारी प्रतिभूतियों की खऱीद की जिसके चलते बाजार में लिक्विडी बढ़ती नजर आई।
2021 में निफ्टी में अब तक 21 फीसदी औऱ सेंसेक्स में 19 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इक्विटी बाजार का दिग्गजों का कहना है कि रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी और जोरदार लिक्विडिटी की वजह से आगे भी बादार में तेजी जारी रहेगी।
Nifty 17,000 के करीब कारोबार कर रहा है। वहीं सेंसेक्स ने आज इंट्राडे में 57,000 का लेवल पार किया। ऐसे में वैल्यूएशन को लेकर निवेशकों का चिंतित होना स्वाभाविक है। इसकी वजह ये है कि इकोनॉमी में ग्रोथ की गति अभी भी धीमी है और कोरोना का खतरा अभी भी बना हुआ है।
अभी कितना बाकी है दम
अधिकांश एनालिस्ट का कहना है कि बाजार में अभी ओर दम बाकी है। निफ्टी दिसंबर तक 18,000 रुपए का स्तर छू सकता है। बाजार में बीच-बीच में हमें मुनाफआ वसूली देखनो को मिल सकती है लेकिन बाजार का मीडियम से शॉर्ट टर्म आउटलुक बुलिश बना हुआ है।
Yes Securities के अमर अंबानी का कहना है कि हम अपनी इस बात पर फिर से जोर दे रहे हैं कि निफ्टी दिसंबर 2021 तक 18,000 का स्तर छू सकता है। वहीं, सेंसेक्स आने वाले दिसंबर तक 60,000 का स्तर छू सकता है। पूरी दुनिया में नरम इकोनॉमिक और मौद्रिक नीतियों का फायदा इक्विटी बाजार को मिलेगा और इसमें तेजी जारी रहेगी।
Equinomics Research & Advisory के जीके चोक्कालिंगम (G Chokkalingam) का भी कहना है कि बाजार में रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी और जोरदार लिक्विडिटी बाजार में तेजी बनाए रखेगी। बता दें कि BSE पर रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 7.8 करोड़ से ज्यादा हो गई है। इसमें सालाना आधार पर करीब 46 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि यूएस फेड के हालिया रुख ने निवेशकों की कई चिंतओं पर लगाम लगा दिया है। जिसको देखते हुए बाजार की तेजी आगे भी कायम रहने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि बाजार का लॉन्ग टर्म आउटलुक मजबूत बना हुआ है। ऐसे निवेशकों को बाजार में जारी उतार-चढ़ाव को मीडियम टू लॉन्ग टर्म नजरिए से अच्छा पोर्टफोलियो बनाने में उपयोग में लाना चाहिए।
एनालिस्ट का मानना है कि टेक्निकल इंडीकेटर इस बात की ओर संकेत कर रहे हैं कि बाजार 17,000 के कराब सुस्ताने के लिए ठहर सकता है। लेकिन की भारी गिरावट की संभावना नहीं है।
Kotak Securities के श्रीकांत चौहान का कहना है कि डे ट्रेडर्स के लिए सपोर्ट 16,700 से 16,800 -16,850 की तरफ शिफ्ट हो गया है। अब तक काफी तेजी आ चुकी है जिसके चलते बाजार 17,000-17,050 के करीब सुस्ताते नजर आ सकता है। इंट्राडे चार्ट से भी बाजार के ओवरबॉट जोन में आने के संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि बाजार जब तक 16,800 के ऊपर कायम है तब तक बाजार के 17,000-17,050 की तरफ जानें का संभावना है। लेकिन अगर निफ्टी 16,800 के नीचे फिसलता है तो फिर ये गिरावट बढ़ सकती है।
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