Paytm Share Price: पेटीएम ऐप की पेरेंट कंपनी One97 Communications के शेयर में 10 अप्रैल को 4 प्रतिशत तक की गिरावट देखी, हालांकि बाद में शेयर थोड़ा संभल गया। मुश्किलों में घिरी पेमेंट कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुरिंदर चावला ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। इसके चलते पेटीएम शेयरों के लिए सेंटिमेंट कमजोर हुआ। बीएसई पर सुबह पेटीएम का शेयर गिरावट के साथ 398.75 रुपये पर खुला। कुछ ही देर में यह पिछले बंद भाव से 4 प्रतिशत तक टूटा और 388 रुपये के लो तक चला गया।
कारोबार खत्म होने पर शेयर 0.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 400.50 रुपये पर सेटल हुआ।
शेयर के लिए लोअर प्राइस बैंड 384.10 रुपये और अपर प्राइस बैंड 424.50 रुपये है। सर्किट लिमिट 5 प्रतिशत है। पेटीएम शेयर ने 20 अक्टूबर 2023 को 52 सप्ताह का उच्च स्तर 998.30 रुपये देखा था। शेयर का 52 सप्ताह का निचला स्तर 318.35 रुपये 16 फरवरी 2024 को दर्ज किया गया। One97 Communications का मार्केट कैप 25300 करोड़ रुपये है। पिछले 3 महीने में शेयर 38 प्रतिशत नीचे आया है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक से चावला ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है, जब कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कड़े प्रतिबंधों का सामना कर रही है। वन97 कम्युनिकेशंस ने 9 अप्रैल को इस इस्तीफे के बारे में शेयर बाजार को सूचना दी थी। कंपनी ने कहा कि चावला ने व्यक्तिगत कारणों और बेहतर करियर की संभावनाएं तलाशने के लिए 8 अप्रैल, 2024 को इस्तीफा दे दिया। उन्हें 26 जून, 2024 को कामकाजी घंटों के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक से मुक्त कर दिया जाएगा, बशर्ते आपसी सहमति से कोई बदलाव न हो। चावला जनवरी 2023 में PPBL से जुड़े थे।
घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने बढ़ाई हिस्सेदारी
बीएसई पर कंपनी के नवीनतम शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड में अब भारत के म्यूचुअल फंड की 6.15% हिस्सेदारी है। दिसंबर तिमाही के अंत में उनके पास 4.99% हिस्सेदारी थी। जनवरी-मार्च 2024 की अवधि के खत्म होने पर पेटीएम के शेयरों में 37% की गिरावट देखी गई। फिर भी कंपनी में घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने हिस्सेदारी बढ़ाई। वर्तमान में, पेटीएम में 18 म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी है, जबकि पिछले साल दिसंबर के अंत में 23 फंड्स की हिस्सेदारी थी।
मार्च तिमाही के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भी पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। बीएसई डेटा के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक कैटेगरी I की दिसंबर में कंपनी में 17.69% हिस्सेदारी थी। अब यह बढ़कर 20.19% है। कुछ फंड्स जिनके नाम हालिया शेयरहोल्डिंग डेटा में सामने आए और उनकी हिस्सेदारी 1% से अधिक है, उनमें टाइगर पैसिफिक मास्टर फंड, गोल्डमैन सैक्स, गवर्मेंट पेंशन फंड ग्लोबल शामिल हैं।
हालांकि अगर कुल फॉरेन इंस्टीट्यूशनल ओनरशिप पर नजर डालें तो यह आंकड़ा दिसंबर के 63.72% से घटकर मार्च में 60.4% हो गया। इसकी वजह है कि सॉफ्टबैंक एंटिटी SVF India Holdings ने तिमाही के दौरान ब्लॉक डील के जरिए कंपनी में हिस्सेदारी कम कर दी। एसवीएफ इंडिया होल्डिंग्स (केमैन) लिमिटेड के पास अब पेटीएम में 1.4% हिस्सेदारी है, जो दिसंबर तिमाही में 6.46% थी।
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