Jhunjhunwala Portfolio: दवाइयों की पैकिंग करने वाली दिग्गज कंपनी बिलकेयर (Bilcare) के शेयरों में अच्छी खरीदारी का रुझान दिख रहा है। तीन कारोबारी सत्रों में तो यह 25 फीसदी मजबूत हुआ है। इसकी यह तेजी ऐसे समय में हो रही है जब राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) की पत्नी रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) बिलकेयर के शेयरों की बिक्री कर रही हैं। पिछले दो कारोबारी सत्रों में यानी 10 और 11 जनवरी को इसने 10 फीसदी की तेजी के साथ अपर सर्किट छू दिया। वहीं आज 12 जनवरी को भी यह करीब 5 फीसदी के उछाल के साथ अपर सर्किट पर है। यह अभी 53.10 रुपये के भाव (Bilcare Share Price) पर है।
एक महीने में यह 45 फीसदी मजबूत हुआ और इस महीने जनवरी में तो 36 फीसदी मजबूत हो चुका है। हालांकि अभी भी यह एक साल के रिकॉर्ड हाई से 53 फीसदी नीचे है। पिछले साल 18 जनवरी 2022 को यह 114.35 रुपये के भाव पर था जो 52 हफ्ते का रिकॉर्ड ऊंचा स्तर है।
Rekha Jhunjhunwala ने 9 जनवरी से शुरू की बिकवाली
Bilcare के शेयरों की बिकवाली रेखा झुनझुनवाला ने 9 जनवरी से 11 जनवरी के बीच की। पहले उन्होंने 1.3 लाख शेयरों को 41.78 रुपये के भाव बेचा, फिर 7.9 लाख शेयरों को 46 रुपये के भाव और फिर 6.7 लाख शेयरों को 50.3 रुपये के भाव बेच दिया। कुल मिलाकर उन्होंने बिलकेयर के 15.9 लाख शेयरों की बिक्री की है। बीएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक रेखा झुनझुनवाला से ये शेयर इंडिविजुअल इनवेस्टर्स गुट्टीकोंडा वारा लक्ष्मी और कैलाश चंद सिंघी ने खरीदे हैं।
Bilcare में कितनी है रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी
सितंबर 2022 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में रेखा झुनझुनवाला का नाम तो नहीं दिख रहा है लेकिन जून 2022 में उनकी 1.11 फीसदी हिस्सेदारी थी। वहीं उनके पति राकेश झुनझुनवाला की भी 7.37 फीसदी हिस्सेदारी थी। राकेश झुनझुनवाला की पिछले साल 14 अगस्त 2022 को हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई थी तो उनके शेयर रेखा झुनझुनवाला को ट्रांसफर हो गए हैं।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
बिलकेयर दवाइयों की पैकेजिंग से जुड़ी सेवाएं मुहैया कराती है। इसके तहत यह प्लास्टिक के कवर, एलुमिनियिम फॉइल्स बनाती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो सितंबर तिमाही में कंपनी का स्टैंडएलोन रेवेन्यू सालाना आधार पर 42 फीसदी बढ़कर 151 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि सितंबर 2022 तिमाही में 6.8 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ जबकि उसके एक साल पहले समान अवधि में 22 करोड़ रुपये का स्टैंडएलोन प्रॉफिट हुआ था।