Tata Group Stocks: टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयरों की भारी गिरावट के बावजूद खुदरा निवेशकों के बीच इसका क्रेज कम नहीं हो पा रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2025 की आखिरी तिमाही जनवरी-मार्च 2025 में उन्होंने इसके शेयरों की ताबड़तोड़ खरीदारी की जबकि मार्च तिमाही में जुलाई 2024 में पहुंचे रिकॉर्ड हाई से करीब 49 फीसदी नीचे आ गया था। आज की बात करें तो टाटा मोटर्स के शेयर ग्रीन से रेड जोन में झूल रहा हैं। फिलहाल बीएसई पर यह 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 632.70 रुपये (Tata Motors Share Price) के भाव पर है जोकि रिकॉर्ड हाई से 46 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है। पिछले साल 30 जुलाई 2024 को यह रिकॉर्ड हाई 1179.05 रुपये पर था और इस लेवल से करीब 54 फीसदी टूटकर यह इस महीने की शुरुआत में 7 अप्रैल 2025 को एक साल के निचले स्तर 542.55 रुपये पर आ गया था।
Tata Motors में कितनी बढ़ी खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी
टाटा मोटर्स में 2 लाख रुपये से कम के शेयरहोल्डर्स की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 तिमाही के आखिरी में 16.83 फीसदी थी जोकि मार्च 2025 तिमाही के आखिरी तक बढ़कर 17.35 फीसदी पर पहुंच गई। खुदरा निवेशकों की संख्या इस दौरान 66 लाख से बढ़कर 63.4 लाख पर पहुंच गई। खास बात ये है कि शेयर रिकॉर्ड हाई पर जाने के बाद ही खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ने लगी थी। सितंबर तिमाही के आखिरी में 56.14 लाख रिटेल शेयरहोल्डर्स के पास इसकी 14.73 फीसदी होल्डिंग थी।
म्यूचुअल फंड्स और FPIs घटा रहे हिस्सेदारी
टाटा मोटर्स के शेयरों की ताबड़तोड़ खरीदारी खुदरा निवेशक ऐसे समय में कर रहे हैं, जब म्यूचुअल फंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) ने इसमें अपनी हिस्सेदारी थोड़ी सी हल्की की है। दिसंबर तिमाही से मार्च तिमाही के आखिरी में टाटा मोटर्स में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 10.96 फीसदी से घटकर 10.61% और FPIs की होल्डिंग 18.66% से घटकर 17.84% पर आ गई। दिग्गज निवेशक रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में भी यह शेयर है और उनकी होल्डिंग 1.3 फीसदी है।