रिटेल निवेशकों ने मिड और स्मॉल कैप में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। जिससे मार्च 2025 तिमाही के दौरान ब्रॉडर मार्केट में बिकवाली के बीच मिड और स्मॉल कैप में उनकी हिस्सेदारी नौ-तिमाही के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि, इस दौरान, लार्ज-कैप में उनका निवेश बढ़ा है। ये बाजार में उथल-पुथल के दौरान ब्लू-चिप्स में सेफ्टी खोजे जाने का संकेत है। NSE की ‘इंडिया ओनरशिप ट्रैकर’ रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे व्यक्तिगत निवेशक जिन्होंने बाजार में सीधे अपना पैसा लगाया है,उनकी बाजार हिस्सेदारी में तिमाही आधार पर 30 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है और यह 7 तिमाहियों के निचले स्तर 9.5 फीसदी पर आ गई है।