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Market insight: रिटेल निवेशकों ने मिड और स्मॉल कैप से मोड़ा मुंह, लार्ज कैप शेयरों की हुई चांदी

मार्च तिमाही में मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में अपनी हिस्सेदारी कम करने के बाद,रिटेल निवेशकों ने अपने पोर्टफोलियो में निफ्टी 50 शेयरों की हिस्सेदारी में तेज बढ़त की है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 02, 2025 पर 5:57 PM
Market insight: रिटेल निवेशकों ने मिड और स्मॉल कैप से मोड़ा मुंह, लार्ज कैप शेयरों की हुई चांदी
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि निवेशकों का फोकस लार्ज-कैप पर होना चाहिए। मिड-कैप और स्मॉल-कैप में चुनिंदा शेयरों में ही निवेश करना चाहिए

रिटेल निवेशकों ने मिड और स्मॉल कैप में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। जिससे मार्च 2025 तिमाही के दौरान ब्रॉडर मार्केट में बिकवाली के बीच मिड और स्मॉल कैप में उनकी हिस्सेदारी नौ-तिमाही के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि, इस दौरान, लार्ज-कैप में उनका निवेश बढ़ा है। ये बाजार में उथल-पुथल के दौरान ब्लू-चिप्स में सेफ्टी खोजे जाने का संकेत है। NSE की ‘इंडिया ओनरशिप ट्रैकर’ रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे व्यक्तिगत निवेशक जिन्होंने बाजार में सीधे अपना पैसा लगाया है,उनकी बाजार हिस्सेदारी में तिमाही आधार पर 30 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई है और यह 7 तिमाहियों के निचले स्तर 9.5 फीसदी पर आ गई है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मार्च 2025 में लगभग 15,300 करोड़ रुपये की नेट सेलिंग हुई है। एनएसई के कैश सेगमेंट में रिटेल निवेशकों द्वारा की गई ये अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिकवाली है। निफ्टी 50 में रिटेल हिस्सेदारी 7.9 फीसदी पर स्थिर रही है। वहीं, निफ्टी 500 में यह हिस्सेदारी तिमाही दर तिमाही 14 बेसिस प्वाइंट घटकर 8.6 फीसदी पर आ गई है जो पिछली नौ तिमाहियों में सबसे कम है। इससे पता चलता है कि इस तिमाही के दौरान मिड- और स्मॉल-कैप कंपनियों का तुलनात्मक प्रदर्शन कमजोर रहा है।

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