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Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे कमजोर 83.28 पर हुआ बंद

Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले दूसरी एशियाई करेंसी में कमजोरी देखने को मिल रही है। साउथ कोरिया करेंसी 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं मलेशिया रिग्गिंत 0.27 फीसदी, ताइवान डॉलर में 0.22 फीसदी, इंडोनेशिया रुपिया 0.2 फीसदी, फिलीपींस पेसो में 0.08 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 16, 2023 पर 5:03 PM
Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे कमजोर 83.28 पर हुआ बंद
दूसरी एशियाई करेंसी में कमजोरी के मुकाबले रुपये की शुरुआत आज सपाट रही है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 1 पैसे मजबूत होकर 83.25 के स्तर पर खुला।

Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया आज रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे कमजोर आज 83.28 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि  दूसरी एशियाई करेंसी में कमजोरी के मुकाबले रुपये की शुरुआत आज सपाट रही थी। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 1 पैसे मजबूत होकर 83.25 के स्तर पर खुला था। हालांकि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.26 के स्तर पर बंद हुआ था। रुपये का डे हाई 83.27 पर कारोबार कर रहा था। जबकि डे लो 83.24 पर है। वहीं डॉलर इंडेक्स 106.49 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर का डे हाई 106.63 पर नजर आ रहा है। वहीं डॉलर इंडेक्स का डे लो 106.47 पर नजर आ रहा है।

खाद्य और तेल की कीमतों में नरमी के कारण अगस्त में भारत की रिटेल महंगाई 5 फीसदी से ऊपर रही, जिसने बाजार की उम्मीदों को मात दे दी, जबकि खनन, बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों के कारण औद्योगिक उत्पादन 10.3 प्रतिशत बढ़ गया।

इस बीच इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध से क्रूड में जोरदार उबाल देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को कच्चा तेल 5 परसेंट से ज्यादा उछला है। ब्रेंट 90 के पार निकला है। जंग के चलते उत्पादन घटने की आशंका है। दरअसल, इस युद्ध के आगे बढ़ने से मीडिल ईस्ट में कच्चे तेल के उत्पादन को लेकर चिंता बढ़ सकती है। इस क्षेत्र से दुनिया का करीब एक तिहाई कच्चे तेल का उत्पादन होता है।इसके अलावा रूस पर अमेरिकी की ओर से कड़े प्रतिबंध की भी खबरें हैं। जियो-पॉलिटिकल तनाव के बीच आगे भी कच्चे तेल के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

फेडरल रिजर्व द्वारा अक्टूबर में दरों को स्थिर रखने की संभावना है, लेकिन मजबूत श्रम बाजार और मजबूत अर्थव्यवस्था के कारण भविष्य में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है।

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