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Russia-Ukraine conflict:इंफोसिस की रूसी क्लाइंट्स के साथ कारोबार करने की कोई योजना नहीं: CEO सलिल पारेख

अमेरिका के बाद यूरोप और इंग्लैंड आईटी सर्विस कंपनियों के लिए सबसे बड़े बाजार है। कंपनी को यह कदम उस समय उठाना पड़ा है जब आईटी सेक्टर एक बड़े बूम के दौर से गूजर रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 14, 2022 पर 10:56 AM
Russia-Ukraine conflict:इंफोसिस की रूसी क्लाइंट्स के साथ कारोबार करने की कोई योजना नहीं: CEO सलिल पारेख
आईटी सेक्टर के जानकारों का कहना है कि रूस-यूक्रेन के संघर्ष के चलते आईटी कंपनियां पूर्वी यूरोप में अपने इन्वेस्टमेंट पर विराम लगा सकती हैं

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहें संघर्ष के बीच देश की दिग्गज आईटी कंपनी ने 13 अप्रैल को स्पष्ट किया है कि उसकी रशियन क्लाइंट के साथ कारोबार करने की कोई योजना नहीं है। उनका यह बयान उस समय आया है जब इंग्लैंड के वित्त मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मुर्थी की इंफोसिस में हिस्सेदारी ब्रिटिश पार्लियामेंट के जांच के दायरे में आ गई है।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक रूस में कारोबार करने वाली कंपनी ने अब अपने मास्को सेंटर को बंद कर दिया है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अमेरिका और यूरोप के देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं जिसके चलते इंफोसिस को भी रूस में अपना कारोबार बंद करना पड़ा है।

बतातें चलें कि अक्षता मुर्थी इंफोसिस के संस्थापक एन नारायण मूर्ति की बेटी है। अक्षता मुर्थी के पास इंफोसिस की 0.93 फीसदी हिस्सेदारी है। ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक, अक्षता मुर्थी के पति हैं। उनकी पत्नी के इंफोसिस से संबंधों के चलते ब्रिटिश राजनीति में इस समय भूचाल आया हुआ है।

13 अप्रैल को इंफोसिस के वित्त वर्ष 2022 के नतीजों के ऐलान के बाद मीडिया बात करते हुए इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने कहा कि हम वर्तमान में रशियन क्लाइंट्स के साथ कोई भी कारोबार नहीं कर रहे हैं और आगे भी हमारी उनके साथ कारोबार करने की कोई योजना नहीं है।

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