Aluminium के एक बड़े उत्पादक रूस की तरफ से यूक्रेन पर हुए बड़े हमले के बाद एल्युमिनियम की कीमतें गुरुवार को रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई। यह इंडस्ट्रीयल लाइटवेट धातु 3,382.5 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गई जो कि जुलाई 2008 के ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसेंस के पिछले 3,380.15 के रिकॉर्ड हाई से भी ऊपर है।
बता चलें कि एल्युमिनियम तमाम तरीके के कामों में इस्तेमाल होता है जिसमें ड्रीक केन से लेकर हवाई जहाज के कलपुर्जे तक शामिल है।
Commerzbank के एनालिस्ट Daniel Briesemann ने AFP से हुई अपनी बातचीत में कहा कि यूक्रेन पर रशियन अटैक के चलते एल्युमिनियम प्राइस में पहले से ही बढ़त की उम्मीद थी। उन्होंने आगे कहा कि बाजार में कारोबारियों को इस बात का डर है कि पश्चिमी देशों और अमेरिका द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाए जाने से एल्युमिनियम की कीमतों में सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों के कारण भारी बढ़ोतरी हो सकती है।
बता दें कि चीन में बेस मेटल की सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों के कारण एल्युमिनियम की कीमतें पहले से ही काफी बढ़ी हुई थी।
इस बीच अन्य कमोडिटी की चाल पर नजर डालें तो रूस-यूक्रेन युद्ध ने सोने और चांदी को चमका दिया है। सर्राफा बाजार में सोना 51 हजार और चांदी 66 हजार के पार कारोबार कर रहा है। सोने चांदी ने बुलियन मार्केट में रूस-यूक्रेन क्राइसिस के डर से लंबी छलांग लगा दी है। 10 ग्राम सोने का भाव आज 1370 रुपये गिरकर 51,419 रुपये पर कारोबार करता नजर आया। वहीं, चांदी 66,501 रुपये किलो पर खुली।
वहीं दूसरी तरफ क्रूड का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। 2014 के बाद पहली बार क्रूड का भाव इस लेवल पर पहुंचा है। क्रूड का भाव इतनी ऊंचाई पर पहुंचने का सीधा असर इंडिया (Impact on India of high crude prices) पर होगा। इससे कई कंपनियों के लिए उत्पादन करना महंगा हो जाएगा।