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SBI के शेयरों में आ सकती है 22% तक गिरावट, विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने इन कारणों से घटा दी स्टॉक की रेटिंग

SBI Share Price: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 22 फीसदी की गिरावट आ सकती है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। इसके साथ ही उसने SBI के शेयरों की रेटिंग को "न्यूट्रल" से घटाकर "अंडरपरफॉर्म" कर दिया है और इसे 665 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है

Moneycontrol Newsअपडेटेड Jun 20, 2024 पर 9:55 AM
SBI के शेयरों में आ सकती है 22% तक गिरावट, विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने इन कारणों से घटा दी स्टॉक की रेटिंग
SBI Share Price: करीब 12 एनालिस्ट्स ने इस शेयर को 1,000 रुपये से अधिक का टारगेट दिया है

SBI Share Price: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 22 फीसदी की गिरावट आ सकती है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। इसके साथ ही उसने SBI के शेयरों की रेटिंग को "न्यूट्रल" से घटाकर "अंडरपरफॉर्म" कर दिया है और इसे 665 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि SBI का शेयर अगले 12 महीने में इस स्तर तक आ सकता है। हालांकि SBI के शेयर को कवर करने वाले अधिकतर एनालिस्ट्स की राय इससे उलट है।

SBI के स्टॉक को फिलहाल करीब 49 एनालिस्ट्स कवर कवर कर रहे हैं। इनमें से 38 इस स्टॉक पर बुलिश हैं और उन्होंने इसे 'खरीदने (Buy)' की सलाह दी है। वहीं 7 ने इस शेयर को 'होल्ड' करने, जबकि सिर्फ ने इसे 'बेचने (Sell)' की सलाह दी है।

पिछले हफ्ते ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल, SBI के शेयर को कवर करने वाले उन 12 एनालिस्ट्स की सूची में शामिल हो गई, जिन्होंने इसके शेयर को ₹1,000 रुपये या उससे अधिक का टारगेट प्राइस दिया है।

मैक्वेरी ने अपने नोट में लिखा है कि SBI की रेटिंग घटाए जाने के पीछे मुख्य वजह 'एक्सपेक्टेड क्रेडिट लॉस (ECL)' पर आने वाले आगामी नियम है। हालांकि SBI के मैनेजमेंट ने कहा है कि ECL दिशानिर्देशों के लागू के बाद भी, इसके कैपिटल एडीक्वेसी रेशियो पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।

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