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Nifty-Sensex रिकॉर्ड ऊंचाई पर, फिर भी मार्केट कैप में फरवरी 2023 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट, क्या है वजह?

सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। हालांकि मार्केट कैप की बात करें तो बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की पूंजी इस महीने जितनी कम हुई है, वह फरवरी 2023 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। दुनिया के 10 सबसे बड़े देशों में बात करें तो सिर्फ चीन और भारत के ही मार्केट कैप में गिरावट आई। जानिए मार्केट कैप कम क्यों हो रहा है, आगे क्या रुझान है और टॉप-10 देशों में क्या स्थिति है?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Aug 30, 2024 पर 1:06 PM
Nifty-Sensex रिकॉर्ड ऊंचाई पर, फिर भी मार्केट कैप में फरवरी 2023 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट, क्या है वजह?
एनालिस्ट्स ने निवेशकों को गिरावट का फायदा उठाने के लिए 10 फीसदी पैसा कैश में रखने की सलाह दी है और ऐसी कंपनियों में पैसे लगाने की सलाह दी है जिनकी एक से डेढ़ साल में कमाई की ग्रोथ अच्छी दिख रही है।

घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। पहली बार सेंसेक्स 82600 और निफ्टी 25250 के पार पहुंच गया। हालांकि मार्केट की इस रिकॉर्ड तेजी के बावजूद इस महीने बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की पूंजी यानी मार्केट कैप में फरवरी 2023 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट आई। इसे मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भारी उतार-चढ़ाव और लॉर्ज कैप स्टॉक्स की सुस्त चाल से झटका लगा है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट डॉलर के टर्म में 5 लाख करोड़ डॉलर रहा जो जुलाई में 5.18 लाख करोड़ डॉलर के मार्केट कैप से 3.43 फीसदी कम है। यह गिरावट फरवरी 2023 के बाद से सबसे कम है।

स्मॉलकैप और मिडकैप में सुस्ती

इस महीने बीएसई मिडकैप में महज 0.4 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप में 0.5 फीसदी की तेजी आई। एक्सिस सिक्योरिटीज के नीरज चदावर (Neeraj Chadawar) का कहना है कि लॉर्ज कैप की तुलना में इन सेगमेंट्स में वैल्यूएशन को लेकर सेफ्टी थोड़ी कम रहती है। ऐसे में नीरज का मानना है कि इनमें थोड़ी करेक्शन और दिख सकती है और लॉर्ज कैप में कैपिटल फ्लो बढ़ सकता है। इससे निफ्टी 50 और ऊंचाईयों पर पहुंच सकता है। अगस्त में सेंसेक्स और निफ्टी महज आधे फीसदी मजबूत हुए हैं।

सिर्फ भारत और चीन के मार्केट कैप में आई गिरावट

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