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सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार तीसरे दिन बढ़त जारी, US फेड ने ब्याज दरों में 25 bps कटौती को दी मंजूरी, 2025 में ही 2 और कटौती की उम्मीद

भारतीय शेयर बाजार आज भी तेजी के साथ खुले हैं। निफ्टी तीन महीने के उच्चतम स्तर के आसपास है तथा तकनीकी चार्ट आगे भी तेजी की ओर इशारा कर रहे हैं। सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार तीसरे दिन बढ़त देखने को मिल रही है। यूएस फेड ने ब्याज दर में 25 बीपीएस कटौती को मंजूरी दे दी है। साथ ही 2025 में 2और कटौती की भी उम्मीद है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 18, 2025 पर 9:23 AM
सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार तीसरे दिन बढ़त जारी, US फेड ने ब्याज दरों में 25 bps कटौती को दी मंजूरी, 2025 में ही 2 और कटौती की उम्मीद
सेबी-रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट और लाइवलॉन्ग वेल्थ के फाउंडर हरिप्रसाद के का कहना है कि निफ्टी के लिए 25,400 पर तत्काल रेजिस्टेंस। उन्होंने आगे कहा कि इस जोन से ऊपर क एक ब्रेकआउट 25,500-25,600 के लिए दरवाजे खोल सकता है

Market today : अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा साल के पहले ब्याज दरों में कटौती के फैसले से उत्साहित होकर भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 18 सितंबर को लगातार तीसरे सत्र में अपनी बढ़त जारी रखे हुए हैं। US फेड अपनी बेंचमार्क रेंज को घटाकर 4 से 4.25 फीसदी कर दिया है और 2025 में दो और ब्याज दर कटौती की संभावना का भी संकेत दिया है। इसके बाद 2026 में एक और कटौती की जाएगी। इस खबर के चलते निफ्टी तीन महीने के उच्चतम स्तर के आसपास है तथा तकनीकी चार्ट आगे भी तेजी की ओर इशारा कर रहे हैं।

फेड ने महंगाई से ध्यान हटाकर नौकरियों पर फोकस किया

यह दिसंबर के बाद फेड की पहली दर कटौती है, इससे पहले फेड ने पूरे साल ब्याज दरों को स्थिर रखा था। इसने टैरिफ,सख्त आव्रजन नीतियों और ट्रंप प्रशासन के दूसरे उपायों के महंगाई और ग्रोथ पर प्रभाव का पर अपना फोकस बनाए रखा था। US फेड का रुख अब बदल गया है। हालांकि महंगाई अभी भी अभी भी अपने दो फीसदी के लक्ष्य से थोड़ा ऊपर है। लेकिन अब ये चिंता का मुख्य विषय नहीं है। इसके बजाय,नौकरियां फोकस में आ गई हैं। अमेरिका में भर्ती की गति तेज़ी से धीमी हो रही है और बेरोज़गारी बढ़ने लगी है। इसको देखते हुए अब ग्रोथ को बढ़ावा देने पर फोकस किया जा रहा है।

फेड ने अपनी दो दिवसीय नीति बैठक के बाद कहा, "रोजगार के लिए डाउन साइड रिस्क बढ़ गया है।" फेड अधिकारियों ने इस साल 2 और 2026 में एक अतिरिक्त कटौती की उम्मीद जताई है। यह निवेशकों की उम्मीदों से कम रही है। बैठक से पहले बाजार को 2025 और 2026 में तीन बार ब्याज दरों में कटौती के ऐलान की उम्मीद थी।

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