Net profit growth: भारतीय कंपनियों ने FY25 की दूसरी तिमाही में अब तक कमजोर नतीजे जारी किए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान इन कंपनियों के नेट प्रॉफिट में 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जो कि पिछली 17 तिमाहियों में सबसे धीमी है। कंपनियों के मुनाफे में इस गिरावट की मुख्य वजह सुस्त रेवेन्यू ग्रोथ और बढ़ती ब्याज और डेप्रिसिएशन कॉस्ट है। ACE इक्विटीज के अनुसार सितंबर तिमाही में 694 लिस्टेड कंपनियों के कुल नेट प्रॉफिट में सालाना केवल 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। यह जून 2020 तिमाही के बाद से सबसे धीमी ग्रोथ है। यह जून तिमाही में 15 फीसदी की ग्रोथ और एक साल पहले 29 फीसदी की ग्रोथ से भी काफी कम है।