Share Market News: स्टॉक मार्केट में शेयरों का परफॉरमेंस कैसा रहेगा, यह कंपनी के कारोबार पर निर्भर करता है। BSE पर लिस्टेड 500 कंपनियों के इंडेक्स BSE 500 में शामिल स्टॉक्स की बात करें तो इसमें लिस्टेड सात कंपनियां ऐसी हैं जिनके लिए कारोबार के मामले में चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर 2023 बहुत शानदार रही। सितंबर तिमाही में इन कंपनियों का रेवेन्यू 100 फीसदी यानी दोगुने से अधिक बढ़ गया। इसमें प्रॉपर्टी सेक्टर से लेकर रिन्यूएबल एनर्जी और फार्मा सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं। यहां इन कंपनियों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
पिछले कुछ वर्षों से लक्जरी घर बनाने वाली गोदरेज के प्री-बुकिंग और सेल्स में तगड़ा रुझान दिखा। लक्जरी घरों के साथ एक बात ये है कि ब्याज दरों में उछाल का आमतौर पर इसकी मांग पर खास असर नहीं पड़ता है। ऐसे में यह कंपनी किफायती घर बनाने वाली कंपनियों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। सितंबर तिमाही में इसकी बिक्री दोगुनी से अधिक हो गई लेकिन प्रॉफिट में गिरावट रही। सितंबर तिमाही में कंपनी ने 5,034 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड सेल्स की जो सालाना आधार पर 109 फीसदी अधिक है।
कोविड और कमजोर मूवीज के साथ-साथ ओटीटी ने देश की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर आईनॉक्स के कारोबार को झटका दिया था। हालांकि अब स्थिति सुधरी है और इसके लिए यह साल अब तक शानदार रहा। स्क्रीन में बढ़ोतरी के साथ-साथ कुछ अच्छी फिल्मों ने इसके कारोबार को सपोर्ट किया है। सितंबर तिमाही में इसकी सेल्स करीब तीन गुना और ऑपरेटिंग प्रॉफिट चार गुना बढ़ गया। हालांकि ओटीटी का का डर बना हुआ है। शानदार लॉन्च के कारण दूसरी तिमाही में इसका रेवेन्यू 195 फीसदी बढ़ गया।
तेल, गैस और पानी को लाने-जाने में इस्तेमाल होने वाली लाइन पाइप बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार वेलस्पन कॉर्प को देश-विदेश से बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स मिलते हैं। इसकी एक सहयोगी कंपनी को हाल ही में सऊदी की एक तेल कंपनी से 1,000 रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इससे पहले मई में अरामको से इसे 4000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला था। सितंबर तिमाही में इसका ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 106 फीसदी बढ़कर 4,059.5 करोड़ रुपये हो गया।
पिछले दो साल से फार्मा सेक्टर को लेकर मिला-जुला रुझान दिख रहा है। हालांकि अधिकतर एनालिस्ट्स और फंड मैनेजर्स का मानना है कि जिन कंपनियों का ध्यान घरेलू मार्केट पर है और निर्यात लायक बेहतर प्रोडक्ट्स हैं, उनकी मजबूत ग्रोथ की गुंजाइश है। अब बात करें नाटको फार्मा की तो सितंबर तिमाही में इसकी सेल्स 100 फीसदी से अधिक बढ़ी और ऑपरेटिंग प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट भी दोगुने से अधिक बढ़ गया। सितंबर तिमाही में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 138 फीसदी उछलकर 1031 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
टेक्सटाइल्स, तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल्स और प्रॉपर्टी डेवलपमेंट कारोबार में शामिल कंपनी स्वान एनर्जी का रेवेन्यू सितंबर तिमाही सालाना आधार पर 752 फीसदी बढ़ा। इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट भी तेजी से ऊपर चढ़ा है। पिछले कुछ वर्षों से टेक्सटाइल्स की ग्रोथ सुस्त रही है लेकिन बाकी तीन सेगमेंट में इसकी ग्रोथ अच्छी रही।
Sterling and Wilson Renewable Energy
यह कंपनी एंड-टू-एंड सोलर इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (EPC) सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। रिलायंस और शपूरजी पालोनजी ग्रुप की इस कंपनी का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में तेजी से बढ़ा लेकिन उस हिसाब से प्रॉफिट नहीं बढ़ पाया। सितंबर तिमाही में इसका रेवेन्यू 143 फीसदी उछलकर 759 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री की एक और कंपनी बोरोसिल रिन्यूएबल्स का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में तेजी से बढ़ा। यह कंपनी एक्स्ट्रा क्लियर पैटर्न्ड ग्लास और लो आयरन सोलर ग्लास, फ्लैट प्लेट कलेक्टर्स और ग्रीन हाउस बनाती है। सितंबर तिमाही में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 137 फीसदी बढ़कर 406 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।