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Share Markets : अगस्त में भारतीय बाजारों में FIIs की होल्डिंग 13 साल के निचले स्तर पर आई

Markets : NSE-लिस्टेड कंपनियों में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 15.85 फीसदी रह गई। इनकी हिस्सेदारी घटकर 70.33 लाख करोड़ रुपये रह गई है जो 2012 के बाद का सबसे कमजोर स्तर है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 05, 2025 पर 8:23 AM
Share Markets : अगस्त में भारतीय बाजारों में FIIs की होल्डिंग 13 साल के निचले स्तर पर आई
अगस्त में फाइनेंशियल सेक्टर में एफआईआई ने भारी बिकवाली की है। इस सेक्टर में 23,300 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली हुई है

Stock market : अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी तेरह साल के निचले स्तर पर आ गई। इस अवधि में NSE-लिस्टेड कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी घटकर 15.85 फीसदी रह गई। NSDL के आंकड़ों से पता चलता है भारतीय शेयरों में फॉरेन पोर्टफोलियो असेट्स एक महीने पहले के 71.97 लाख करोड़ रुपये से घटकर 70.33 लाख करोड़ रुपये पर आ गए हैं, यानी इसमें 2.3 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है।

जनवरी से अब तक विदेशी फंडों ने भारतीय बाजारों से लगभग 1.7 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं, जबकि बेंचमार्क सूचकांकों में मजबूती बनी हुई है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 2025 में अब तक लगभग 4 प्रतिशत चढ़े हैं।

घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार को दिया बंपर सपोर्ट

दिलचस्प बात यह है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस साल भारतीय इक्विटी मार्केट में 5.2 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का निवेश किया है। इससे जून तिमाही में उनकी हिस्सेदारी रिकॉर्ड 17.82 प्रतिशत पर पहुंच गई है। प्राइम डेटाबेस के मुताबिक घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने पहली बार मार्च 2025 में विदेशी निवेशकों को पीछे छोड़ा था। यह बढ़ता अंतर इस बात का संकेत है कि अब घरेलू निवेशक भारतीय बाज़ारों के मुख्य आधार बन रहे हैं।

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