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Circuit limit changes: BSE ने 60 कंपनियों के सर्किट लिमिट में किया बदलाव, चेक करें पूरी लिस्ट

Circuit limit changes: BSE ने 3 नवंबर से 60 कंपनियों के शेयरों पर नई सर्किट लिमिट लागू की है। जानिए किन कंपनियों की सर्किट लिमिट बदली गई और क्यों उठाया गया ये कदम।

Edited By: Suneel Kumarअपडेटेड Nov 02, 2025 पर 11:11 PM
Circuit limit changes: BSE ने 60 कंपनियों के सर्किट लिमिट में किया बदलाव, चेक करें पूरी लिस्ट
BSE के सर्विलांस एक्शनों का मकसद शेयर बाजार में पारदर्शिता बनाए रखना होता है।

Circuit limit changes: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने सोमवार, 3 नवंबर 2025 से 60 कंपनियों के शेयरों पर रिवाइज्ड प्राइस बैंड यानी सर्किट लिमिट लागू की है। इसका मकसद असामान्य ट्रेडिंग गतिविधियों पर नियंत्रण रखना और निवेशकों को संभावित जोखिमों से बचाना है।

BSE उन शेयरों पर निगरानी रखता है, जिनमें कीमत या वॉल्यूम में अचानक तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। अपने रेगुलर सर्विलांस मैकेनिज्म के तहत एक्सचेंज प्राइस बैंड को 2%, 5% या 10% तक घटा सकता है ताकि किसी भी स्टॉक में अत्यधिक वोलैटिलिटी को रोका जा सके।

क्या होता है प्राइस बैंड या सर्किट लिमिट

हर स्टॉक के लिए BSE एक प्राइस बैंड यानी सर्किट लिमिट तय करता है ताकि उसकी कीमत एक तय सीमा से ज्यादा ऊपर या नीचे न जा सके। अगर किसी स्टॉक में असामान्य उतार-चढ़ाव दिखता है, तो उस पर और कड़ा बैंड लगा दिया जाता है।

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