कॉमर्शियल गाड़ियों को फाइनेंस करने वाली देश की सबसे बड़ी फाइनेंस कंपनी श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी (Shriram Transport Finance Company) और दोपहिया गाड़ियों को फाइनेंस करने वाली सबसे बड़ी कंपनी श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस (Shriram City Union Finance) का आपस में विलय हो गया है। इन दोनों के विलय से श्रीराम फाइनेंस (Shriram Finance) का गठन हुआ है जो अब देश की सबसे बड़ी खुदरा एनबीएफसी है। विलय के बाद बनी कंपनी श्रीराम फाइनेंस के एग्जेक्यूटिव चेयरमैन उमेश रेवांकर होंगे। विलय की इस प्रक्रिया के चलते दोनों ही कंपनियों के शेयरों की खरीद-बिक्री को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है।
Shriram Finance देश की सबसे बड़ी रिटेल एनबीएफसी
शेयर बाजारों को भेजी गई जानकारी के मुताबिक दोनों कंपनियों के विलय से देश का सबसे बड़ा खुदरा एनबीएफसी श्रीराम फाइनेंस बनेगा। इसका नेटवर्थ 40900 करोड़ रुपये और एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 1.71 लाख करोड़ रुपये रहेगा। इसके देश भर में 67 लाख ग्राहक होंगे। कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटजी स्वरोजगार में शामिल लोगों और एमएसएमई कंपनी पर फोकस की है।
बेहतरीन समय पर विलय का फैसला- एमडी और सीईओ
रेवांकर के मुताबिक विलय के चलते बैलेंस शीट मजबूत हुआ है जिससे पहले के मुकाबले अब बाजार में स्थिति और बेहतर होगी। वहीं श्रीराम फाइनेंस के एमडी और सीईओ वाईएस चक्रवर्ती का कहना है कि विलय का समय बहुत शानदार है। देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और एमएसएमई में कर्ज की मांग भी बढ़ेगी।