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शेयर बाजार में 10% की और गिरावट संभव, लेकिन यह एक मौका भी हो सकता है: रीता ताहिलरमानी

भारतीय शेयर बाजार इस समय कोरोना महामारी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट का सामना कर रहा है। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली इस गिरावट की प्रमुख वजहों में से एक है। हालांकि, एबरडीन एसेट मैनेजमेंट की रीता ताहिलरमानी का मानना है कि यह गिरावट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर भी साबित हो सकता है

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Mar 07, 2025 पर 10:06 AM
शेयर बाजार में 10% की और गिरावट संभव, लेकिन यह एक मौका भी हो सकता है: रीता ताहिलरमानी
एबरडीन एसेट मैनेजमेंट की रीता ताहिलरमानी ने कहा कि भारतीय बाजार के वैल्यूएशन में सुधार हुआ है

भारतीय शेयर बाजार इस समय कोरोना महामारी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट का सामना कर रहा है। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली इस गिरावट की प्रमुख वजहों में से एक है। ऐसा क्यों हो रहा है? विदेशी निवेशक और कितना बेचेंगे? मनीकंट्रोल ने इसे लेकर ब्रिटेन के सबसे बड़े एक्टिव एसेट मैनेजर, एबरडीन एसेट मैनेजमेंट की रीता ताहिलरमानी के साथ बातचीत की। ताहिलरमानी का मानना है कि यह गिरावट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर भी साबित हो सकता है। इस बातचीत के संपादित अंश यहां दिए गए हैं।

भारत की ग्रोथ स्टोरी मजबूती बनी रहेगी

एक फंड मैनेजर के रूप में अपनी एनालिसिस को साझा करते हुए रीता ताहिलरमानी ने कहा कि भारत की ग्रोथ स्टोरी मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा, "भारत की अर्निंग्स ग्रोथ, सरकार की वित्तीय नीति और राजनीतिक स्थिरता इसे एक आकर्षक बाजार बनाते हैं।" हालांकि, निकट भविष्य में सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर में कमी और कंज्यूमर डिमांड में सुस्ती कुछ चुनौतियां पेश कर रही हैं।

इसके अलावा ग्लोबल अनिश्चितताओं का भी असर देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, "ट्रेड वार और टैरिफ बढ़ोतरी से भारत काफी हद तक सुरक्षित है, लेकिन इसका व्यापक आर्थिक असर जरूर महसूस किया जा सकता है।"

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