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शेयर बाजार पर पहलगाम हमले का असर: आएगी बड़ी गिरावट या खरीदारी का मौका?

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने का असर आज 25 अप्रैल को शेयर बाजार पर भी साफ दिखाई दिया। पूरे दिन निवेशक यह आकलन करने में जुट रहे हैं कि आखिर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव शेयर मार्केट पर कितना असर पड़ सकता है? इससे भी अहम बात ये कि क्या ये गिरावट एक दिनों में रुक जाएगी या फिर निवेशकों को लंबी गिरावट के लिए तैयार हो जाना चाहिए?

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Apr 25, 2025 पर 6:40 PM
शेयर बाजार पर पहलगाम हमले का असर: आएगी बड़ी गिरावट या खरीदारी का मौका?
पहलगाम हमले और भारत की संभावित सैन्य और कूटनीतिक कार्रवाई के बीच निवेशक अभी "वेट एंड वॉच" मोड में हैं

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने का असर आज 25 अप्रैल को शेयर बाजार पर भी साफ दिखाई दिया। सेंसेक्स 589 अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी फिसलकर 24,000 पर आ गया। कारोबार के दौरान तो एक समय सेंसेक्स 1,200 अंकों तक टूट गया था। बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स करीब 2.5 फीसदी तक गिर गए। कंपनियों की मार्केट वैल्य में कुल करीब 9 लाख करोड़ की गिरावट आई। पूरे दिन निवेशक यह आकलन करने में जुटे रहे कि आखिर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव का शेयर मार्केट पर कितना असर पड़ सकता है? इससे भी अहम बात ये कि क्या ये गिरावट एक दिनों में रुक जाएगी या फिर निवेशकों को लंबी गिरावट के लिए तैयार हो जाना चाहिए?

भारतीय शेयर बाजारों ने आज 25 अप्रैल को सतर्क रुख अपनाया। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और भारत की संभावित सैन्य और कूटनीतिक कार्रवाई के बीच निवेशक अभी "वेट एंड वॉच" के मोड में हैं। जानकारों का कहना है कि फिलहाल बाजार की प्रतिक्रिया संयमित रही है, लेकिन अगर दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा, तो इससे मार्केट का सेंटीमेंट एकदम बिगड़ सकता है।

इसी बीच, कमजोर तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की स्ट्रैटजिक वापसी, इन दोनों वजहों ने शेयर बाजार को दो अलग-अलग दिशाओं में खींचा है। यही वजह है कि बाजार फिलहाल किसी भी दिशा में स्पष्ट ब्रेकआउट देने की जगह "कंसॉलिडेशन" की ओर बढ़ रहा है।

White Oak के फाउंडर प्रशांत खेमका का कहना है कि मार्केट फिलहाल कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई की उम्मीद नहीं कर रहा है। पहले के घटनाओं के दौरान जैसी सीमित कार्रवाई देखी गई थी, वैसी ही कार्रवाई के इस बार भी होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। खेमका का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो बाजार को कोई सीधा झटका नहीं लगेगा।

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