TCS Q4 Earnings preview : शुक्रवार को आएंगे TCS के नतीजे, 1.5% बढ़ सकती है डॉलर रेवेन्यू, मार्जिन में भी सुधार की उम्मीद
TCS Q4 Earnings preview : चौथी तिमाही में टीसीएस का रेवेन्यू 60,559 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। इसमें सालाना आधार पर 2.36 फीसदी बढ़त की उम्मीद है। वहीं, तिमाही आधार पर कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ सपाट रह सकती है। टियर-I आईटी कंपनियों में टीसीएस की रेवेन्यू में सबसे अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है
चौथी तिमाही में कंपनी की डॉलर से होने वाली कमाई में 1.5 फीसदी की बढ़त हो सकती है। कॉन्सटैंट करेंसी ग्रोथ में भी 1.5 फीसदी की बढ़त संभव है
TCS Q4 Earnings preview : भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के लिए यह साल काफी खास रहा है। एक नया सीईओ प्राप्त करने से लेकर, एक ठंचागत बदलावों से गुजरना, क्लाउड और एआई जैसे नए वर्टिकल को जोड़ना, पहचान में एआई-फर्स्ट जोड़ना यह सब अपने में काफी महत्वपूर्ण है। ध्यान में रखने की बात ये है कि यह सब आईटी सेक्टर के लिए एक काफी चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल में हुआ है। बाजार 12 अप्रैल को आने वाले टीसीएस के चौथी तिमाही के नतीजों के इंतजार में है। बाजार की नजर टीसीएस की मैनेजमेंट कमेंट्री में पांच प्रमुख विषयों पर बारीकी से लगी रहेगी।
रेवेन्यू ग्रोथ
मनीकंट्रोल के अनुमान के मुताबिक चौथी तिमाही में टीसीएस का रेवेन्यू 60,559 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। इसमें सालाना आधार पर 2.36 फीसदी बढ़त की उम्मीद है। वहीं, तिमाही आधार पर कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ सपाट रह सकती है। इसी तरह इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 11,739 करोड़ रुपये पर रहने का अनुमान है। इसमें सालाना आधार पर 3.05 फीसदी और तिमाही आधार पर 6.16 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद है।
चौथी तिमाही में कंपनी की डॉलर से होने वाली कमाई में 1.5 फीसदी की बढ़त हो सकती है। कॉन्सटैंट करेंसी ग्रोथ में भी 1.5 फीसदी की बढ़त संभव है। इसके साथ ही मार्जिन में भी सुधार दिख सकता है।
टियर-I आईटी कंपनियों में टीसीएस की रेवेन्यू में सबसे अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। जेफ़रीज़ की एक रिपोर्ट में कहा गया है, "बीएसएनएल डील रैंप के सपोर्ट से टीसीएस संभवतः ग्रोथ में लीडरशिप करेगी।"
मनीकंट्रोल के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में कंपनी के EBIT मार्जिन या ऑपरेटिंग मार्जिन के 25 फीसदी पर स्थिर रहने की उम्मीद है। शेयरखान के विश्लेषकों का मानना है कि बेहतर यूटिलाइजेश और सब-कॉन्ट्रैक्टिंग खर्चों में कमी के कारण इस तिमाही में मार्जिन के मोर्चे पर टीसीएस को कुछ राहत मिलती दिखेगी। इससे बीएसएनएल सौदे से मिलने वाले कम मार्जिन की भरपाई होगी।
हालांकि टीसीएस ने इस तिमाही में किसी भी बड़े डील की सूचना नहीं दी है, लेकिन उसे अमेरिका में अवीवा, रैम्बोल और सेंट्रल बैंक से कई मल्टी ईयर और मल्टी मिलियन डॉलर सौदे मिले हैं। कुल मिलाकर, विश्लेषकों को चौथी तिमाही में कंपनी की अच्छी ऑर्डर बुक की उम्मीद है। टीसीएस वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 9-10 अरब डॉलर के अपने पिछले लक्ष्य के काफी दूर रह गई थी लेकिन बिना किसी मेगा डील के 8.1 अरब डॉलर की ऑर्डर बुक हासिल करने में सफल रही थी।
पिछली तिमाही में टीसीएस ने अपने बीएफएसआई वर्टिकल में मंदी की जानकारी दी थी। इस वर्टिकल का कंपनी के रेवेन्यू में लगभग 35-40 फीसदी योगदान होता है। भौगोलिक दृष्टि से टीसीएस के मुख्य बाजार उत्तरी अमेरिका में भी ग्रोथ में गिरावट आई थी। क्या इन क्षेत्रों में कोई सुधार दिखना शुरू हो गया है और डिस्क्रिशनरी पर कंपनी के मैनेजमेंट की टिप्पणियों पर बाजार की बारीकी से नज़र रहेगी
नई भर्ती और फरलो
पिछली तिमाही में टीसीएस की कर्मचारियों की संख्या में नेट बेसिस पर 5,680 की गिरावट आई। कंपनी के लिए कर्मचारियों की संख्या में गिरावट की यह लगातार दूसरी तिमाही थी। जबकि कंपनी की तरफ से कहा गया है कि वह वित्त वर्ष 2024 के लिए योजना के मुताबिक 40,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की राह पर है।
बाजार जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में फरलो (छुट्टियों) के रिवर्सल से टीसीएस के कारोबार को मदद मिलेगी।
TCS में LTM (पिछले बारह महीने) के आधार पर पिछली तिमाही में नौकरी छोड़ने की दर में गिरावट हुई थी और ये 13.3 फीसदी पर रही थी। CHRO मिलिंद लक्कड़ ने कहा था कि हालांकि यह एक परेशान न करने वाली दर है लेकिन उम्मीद है कि यह और नीचे आएगी।
वित्त वर्ष 2025 में नई नियुक्तियों पर टीसीएस की योजनाओं पर बाजार की नजर रहेगी। हालांकि वित्त वर्ष 2024 में कैंपस हायरिंग में देरी हुई थी, कंपनी ने पहले ही वित्त वर्ष 2025 के लिए फ्रेशर हायरिंग टेस्ट की घोषणा कर दी है।
जनरेटिव AI योजनाएं
टीसीएस की पाइपलाइन में 250 से ज्यादा जेनरेटिव एआई योजनाएं थीं। इस बीच कंपनी की प्रतिद्वंद्वी एक्सेंचर जेनेरिक एआई में पहले से कहीं ज्यादा रेवेन्यू और कॉन्ट्रेक्ट हासिल कर रही है। दिसंबर-फरवरी तिमाही तक, एक्सेंचर ने जेनरेटिव एआई सौदों में 60 अरब डॉलर की बढ़त हुई। यह पहले हासिल किए गए 45 करोड़ डॉलर मूल्य के जेनेरिक एआई सौदों के अलावा है। जनरेटिव एआई योजनाओं के अगले चरण के लिहाज से टीसीएस के लिए वित्त वर्ष 2025 कैसा रहेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
वित्त वर्ष 2025 के लिए ग्रोथ गाइडेंस
इसके अलावा वित्त वर्ष 2025 की ग्रोथ को लेकर कंपनी के मैनेजमेंट की टिप्पणी पर बाजार की नजरें बनी रहेंगी। जेफरीज के विश्लेषकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि आईटी कंपनियां वित्त वर्ष 2025 के लिए गाइडेंस देते हुए सतर्क रहेंगी, क्योंकि अधिकांश वित्त वर्ष 2024 में ये कंपनियां अपने शुरुआती गाइडेंस से चूक गई हैं और विदेशी प्रतिस्पर्धियों के हालिया गाइडेंस रेंज से पता चलता है कि मांग का माहौल कमजोर बना हुआ है।