Market Trade setup : प्रॉफ़िट-बुकिंग की वजह से Nifty ने अपनी छह दिन की तेजी का सिलसिला तोड़ दिया और 18 नवंबर को 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 26,000 के साइकोलॉजिकल ज़ोन को बनाए रखने में नाकाम रहा। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक इंडेक्स सभी अहम मूविंग एवरेज से काफी ऊपर ट्रेड कर रहा है, तब तक ट्रेंड बुल्स के पक्ष में बना रहेगा। उनका ये भी कहना है कि जब तक इंडेक्स 26,100 के हर्डल को पूरी तरह से पार नहीं कर लेता,तब तक कंसोलिडेशन जारी रहने की संभावना है। इसके लिए 25,800–25,700 के ज़ोन में तत्काल सपोर्ट है। इसके बाद 25,500 पर अगला अहम सपोर्ट होगा। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस लेवल से ऊपर बने रहने पर निफ्टी के लिए 26,300–26,500 की तरफ का रास्ता खुल सकता है।
