Banking Stocks: बैंकिंग शेयरों को अब बेचने का समय आ गया है। अगर ऐसा नहीं किया तो आने वाले दिनों में अच्छा खासा घाटा हो सकता है। यह कहना है कि दुनिया की जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म यूबीएस (UBS) का। यूबीएस ने स्टेट बैंक से लेकर एक्सिस बैंक तक, सबकी रेटिंग को घटा दिया है। इसका असर ये रहा कि आज 13 अक्टूबर को बैंकिंग शेयरों में भारी गिरावट रही और निफ्टी बैंक इंडेक्स (Nifty Bank Index) करीब 0.70 फीसदी तक टूटकर बंद हुआ। सबसे अधिक गिरावट एक्सिस बैंक (Axis Bank) में आया, जो करीब 2.4 फीसदी गिरकर बंद हुआ। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का शेयर 1.68 फीसदी फिसलकर बंद हुआ।
UBS ने बैंकिंग सेक्टर के बढ़ते क्रेडिट लागत पर चिंता जताई और इसके चलते इनकी रेटिंग में कटौती की है। UBS ने कहा कि भारतीय बैंकिंग का सबसे बेहतर समय पीछे जा चुका है और इनका रिटर्न-रेशियो इस साल अपने शिखर पर हैं और अगले साल से लोगों को इसमें गिरावट देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। ब्रोकरेज ने कहा कि वो जिन भारतीय बैंकों को कवर करता है, उनकी क्रेडिट लागत में उसे वित्त वर्ष 2025 के दौरान 0.85 फीसदी तक बढ़ोतरी का अनुमान है।
UBS ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो बड़े बैंकों में SBI और एक्सिस बैंक के रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) पर इसका सबसे अधिक असर देख सकता है। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2025 में एसबीआई का अर्निंग प्रति शेयर (EPS) 22 फीसदी और एक्सिस बैंक का 10 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो बाजार के अनुमानों से कम हैं।
UBS ने पहले एसबीआई के शेयर को 'buy' रेटिंग दी हुई थीं, लेकिन अब उसने इस घटाकर 'sell' कर दिया है। यह पहली बार है, जब UBS ने एसबीआई के शेयर को सेल रेटिंग है। साथ ही उसने SBI का टारगेट प्राइस भी 740 रुपये से कम करके अब 530 रुपये कर दिया गया है।
ब्रोकरेज ने कहा कि SBI के क्रेडिट लागत में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी और अर्निंग प्रति शेयर में 5 फीसदी की कमी का अनुमान जताया है। साथ ही कहा रेगुलेटर की ओर से असुरक्षित लोन पर सख्ती होने से SBI की लोन ग्रोथ में आगे कमजोरी हो सकती है। कम हो जाएगी। ब्रोकरेज ने कहा कि मौजूदा बुक वैल्यू को देखने पर SBI का स्टॉक महंगा नहीं लगता है, लेकिन मुनाफे में कमी आने की संभावना से इसमें गिरावट का जोखिम है।
SBI के अलावा UBS ने एक्सिस बैंक के शेयर की रेटिंग को भी घटाकर 'न्यूट्रल' कर दिया है। साथ ही उसने एक्सिस बैंक के टारगेट प्राइस को भी 1,150 रुपये से कम करके 1,100 रुपये कर दिया है। बैंक का मार्जिन अपने शिखर के पर है और क्रेडिट लागत निचले स्तर पर है। यूबीएस ने कहा कि एक्सिस बैंक का रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA वित्त वर्ष 2025 में कम हो सकता है। साथ ही नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में अगली 3 तिमाहियों तक ग्रोथ सिंगल अंक में रहने की उम्मीद है। इसके चलते ब्रोकरेज को इस शेयर में बहुत ज्यादा उछाल आने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में ब्रोकरेज को इस शेयर में तेजी की सीमित संभावना दिख रही है।
एक्सिस बैंक का शेयर पिछले एक साल में 24 फीसदी बढ़ा है। यह इसी दौरान निफ्टी बैंक में आए करीब 14 फीसदी की उछाल से अधिक है। लेकिन SBI के स्टॉक का प्रदर्शन दोनों के मुकाबले कमजोर रहा है। पिछले एक साल में यह शेयर 10 फीसदी चढ़ा है। निफ्टी बैंक इंडेक्स को लेकर UBS ने कहा कि उसे इंडेक्स का वैल्यूएशन सस्ता लगता है, लेकिन बैंकिंस सेक्टर को देखते हुए उसे इसकी रेटिंग के अपग्रेड होने की गुंजाइश कम दिखती है।
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