US Stock Market: अमेरिकी स्टॉक मार्केट में शुक्रवार को काफी उठा-पटक रही और इस वोलेटाइल मार्केट में एसएंडपी 500 रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ। डाऊ (Dow) भी रिकॉर्ड लेवल पर बंद हुआ। हालांकि नास्डाक उठा-पटक के साथ मुनाफावसूली के चलते रेड जोन में बंद हुआ। अमेरिकी मार्केट में इस समय ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर शुक्रवार को तेज हलचल दिखी। अमेरिकी मार्केट में यह हलचल ऐसे समय में दिखी, जब अमेरिकी सरकार का कामकाज लगातार तीसरे दिन भी बंद रहा। शुक्रवार को डाऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 238.56 प्वाइंट्स यानी 0.51% की बढ़त के साथ 46,758.28 और एसएंडपी 500 भी 0.44 प्वाइंट्स यानी 0.01% बढ़कर 6,715.79 पर बंद हुआ जबकि नास्डाक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 63.54 प्वाइंट्स यानी 0.28% गिरकर 22,780.51 पर बंद हुआ। इस हफ्ते डाऊ जोन्स 1.1%, नास्डाक 1.3% और S&P 500 भी 1.1% मजबूत हुआ है।
निवेशकों को क्यों है दरों में कटौती की उम्मीद?
अमेरिका में नॉनफार्म पेरोल की रिपोर्ट शुक्रवार को आने वाली थी लेकिन सरकारी कामकाज बंद होने के चलते यह नहीं आया। निवेशक अब भी सप्लाई मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के सर्वे के हिसाब से मार्केट की चाल का अनुमान लगा रहे हैं। इस रिपोर्ट में सर्विसेज एंप्लॉयमेंट इंडेक्स में लगातार चौथे महीने गिरावट आई। इसके चलते फेडरल रिजर्व से ब्याज दर कटौती के ऐलान की उम्मीद और मजबूत हुई है। एडवर्ड जोन्स की हेड (इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी) मोना महाजन का कहना है कि सरकार के शटडाउन यानी सरकारी कामकाज के बंद होने के बाद अमेरिकी फेड से दरों में कटौती के ऐलान की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि लेबर मार्केट में हालिया कमजोरी के बीच अमेरिकी फेड ने दिसंबर के बाद से पहली बार सितंबर में दरों में कटौती की थी। बता दें कि बुधवार को एक रिपोर्ट में सामने आया था कि प्राइवेट पेरोल में 32 हजार की गिरावट आई। सीएमई ग्रुप के फेडवॉच टूल के मुताबिक ट्रेडर्स को अक्टूबर में होने वाली बैठक में अमेरिकी फेड से 25 बेसिस प्वाइंट के कटौती के ऐलान की उम्मीद जताई जा रही है।
आगे की चाल को लेकर क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
अमेरिकी मार्केट में अब तक गवर्नमेंट शटडाउन यानी सरकारी कामकाज के बंद होने का खास असर नहीं दिखा है। हालांकि कुछ रणनीतिकारों का मानना है कि लंबे समय तक शटडाउन से निवेशकों और अमेरिकी फेड के लिए अनिश्चितताएं बढ़ सकती हैं। मिशिगन के ट्रॉय में अमेरिप्राइज फाइनेंशियल (Ameriprise Financial) के चीफ मार्केट स्टैटेजिस्ट एंथोनी सेग्लिम्बेन (Anthony Saglimbene) का कहना है कि आमतौर पर मार्केट सरकारी शटडाउन पर ध्यान नहीं देता है क्योंकि ये आमतौर पर लंबे समय तक नहीं चलते हैं और इकॉनमी पर इनका अधिक समय तक निगेटिव असर नहीं पड़ता है। हालांकि अगर यह लंबा चला तो इसका मतलब है कि अहम रिपोर्ट्स के लिए आंकड़े जुटाने में देरी हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।