Vodafone Idea Share Price: वित्तीय दबावों से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Voda Idea) के शेयरों में आज बिकवाली का काफी दबाव दिख रहा है। वैश्विक ब्रोकरेज यूबीएस ने इसकी रेटिंग को अपग्रेड कर दी है लेकिन अब भी इसे खरीदारी की रेटिंग नहीं मिला है। इसके चलते ही रेटिंग अपग्रेड होने के बावजूद वोडा आइडिया के शेयर को लेकर पॉजिटिव रुझान नहीं बन पाया है। आज BSE पर यह 0.15 फीसदी की गिरावट के साथ 13.31रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 13.17 रुपये के भाव तक टूट गया था जबकि इंट्रा-डे में अपसाइड यह 13.49 रुपये तक पहुंचा था।
Vodafone Idea की क्या है रेटिंग
ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने वोडाफोन आइडिया की रेटिंग को अपग्रेड कर न्यूट्रल रेटिंग दी है। पहले ब्रोकरेज फर्म ने इसे सेल रेटिंग दी थी। यह रेटिंग फंडिंग को लेकर कंपनी की प्रोग्रेस और इसके शेयरो में हालिया करेक्शन के चलते अपग्रेड हुई है। हाल ही में वोडाफोन आइडिया के शेयर 18.4 रुपये की ऊंचाई तक पहुंचे थे। इस हाई से यह 27 फीसदी फिसल चुका है। ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस भी 11.5 रुपये से बढ़ाकर 13.1 रुपये कर दिया है और साथ ही ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि इस लेवल से ऊपर जाने में इसे दिक्कतें झेलनी पड़ सकती है।
फंडिंग को लेकर क्या हुई है प्रोग्रेस
यूबीएस ने मुख्य रूप से फंडिंग डेवलपमेंट के चलते वोडा आइडिया के शेयरों की रेटिंग अपग्रेड की है। इसके बोर्ड ने 27 फरवरी को वोडा आइडिया को 45 हजार करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी थी। इसमें से 20 हजार करोड़ रुपये इक्विटी या इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए जुटाया जाएगा। कंपनी ने यह भी जानकारी दी थी कि डेट फंडिंग के लिए यह अपने लेंडर्स के साथ लगातार संपर्क में है जिस पर इक्विटी फंड जुटाने के बाद काम किया जाएगा।
यूबीएस का कहना है कि इस ऐलान से यह दिखता है कि कंपनी को अच्छा-खासा फंड मिलने वाला है जिससे इसे कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ाने और एयरटेल-जियो के साथ 4जी नेटवर्क गैप करने के साथ-साथ मार्केट शेयर में गिरती हिस्सेदारी की रफ्तार को थामने या धीमा करने में मदद मिलेगी। ब्रोकरेज के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में टेलीकॉम टैरिफ में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। यूबीएस का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में इसका ARPU (प्रति यूजर औसतन रेवेन्यू) 13-15 फीसदी तक बढ़ सकता है।
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