मार्केट लीडर्स का आम तौर पर प्रॉफिट मार्जिन ज्यादा होता है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) इसका उदाहरण है। यह सबसे बड़ी इंडियन आईटी कंपनी है। लेकिन, टाटा समूह की कंपनी वोल्टास के मामले में यह बात नहीं दिखती है। सेल्स में अच्छी ग्रोथ के बावजूद पिछली दो तिमाहियों में वोल्टास के कूलिंग प्रोडक्ट डिविजन के प्रॉफिट मार्जिन में कमी देखने को मिली है। यह कंपनी का प्रमुख बिजनेस सेगमेंट है। उधर, वोल्टास से कम बाजार हिस्सेदारी वाली ब्लू स्टार के कूलिंग प्रोडक्ट्स बिजनेस का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ा है। ब्लू स्टार के प्रॉफिट मार्जिन में तिमाही दर तिमाही और साल दर साल दोनों ही आधार पर इजाफा देखने को मिला है।