SBI Share Price: देश के सबसे बड़े बैंक SBI के शेयर आज एक्स-डिविडेंड हो गए हैं यानी कि आज या आज के बाद अगर इसके शेयर खरीदते हैं तो इस बार का डिविडेंड नहीं मिलेगा। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए प्रति शेयर 11.30 रुपये यानी 1130 फीसदी के डिविडेंड का ऐलान किया है जिसकी एक्स-डेट आज थी। इसका असर शेयरों पर आज दिखा और दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 2.07 फीसदी की गिरावट के साथ 580.55 रुपये पर बंद हुआ है। आज इंट्रा-डे में यह बीएसई पर एक भी बार ग्रीन जोन में नहीं पहुंचा और यह 584.85 रुपये की ऊंचाई तक ही गया था जबकि नीचे 577.50 रुपये तक फिसला था। एसबीआई के शेयरहोल्डर्स को वित्त वर्ष 2023 का फाइनल डिविडेंड 14 जून को मिलेगा। इसका ऐलान 18 मई 2023 को हुआ था।
SBI Dividend History: कैसा रिकॉर्ड रहा है एसबीआई का
एसबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए 11.30 रुपये के फाइनल डिविडेंड का ऐलान किया है। अब इसके डिविडेंड हिस्ट्री की बात करें तो वित्त वर्ष 2001 से लेकर लगातार सिर्फ तीन बार इसने डिविडेंड नहीं दिया है और बाकी सभी वित्त वर्ष में निवेशकों की डिविडेंड से एक्स्ट्रा कमाई हुई है। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 7.10 रुपये और वित्त वर्ष 2021 के लिए 4 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड का ऐलान किया था। उससे पहले लगातार वित्त वर्ष 2018, वित्त वर्ष 2019 और वित्त वर्ष 2020 के लिए बैंक ने डिविडेंड नहीं बांटा था।
SBI के शेयरों का कैसा रहा रुझान
एसबीआई के शेयर पिछले साल 20 जून 2022 को एक साल के निचले स्तर 430.80 रुपये पर थे। इसके बाद छह महीने में ही यह 46 फीसदी से अधिक उछलकर 15 दिसंबर 2022 को 629.65 रुपये की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। हालांकि फिर शेयरों की तेजी थम गई और इस हाई लेवल से फिलहाल यह 7 फीसदी डिस्काउंट पर है। अब आगे की बात करें तो बैंक के लिए मार्च तिमाही मिली-जुली रही लेकिन ब्रोकरेज इसे लेकर उत्साहित हैं।
निवेशक को लेकर क्या कहते हैं ब्रोकरेज
ब्रोकरेज फर्म JPMorgan ने 720 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ एसबीआई को ओवरवेट रेटिंग दी है। कम प्रोविजन के चलते इसके नेट इनकम को सपोर्ट मिला। वहीं ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी उम्मीद के मुताबिक ही रही। डोमेस्टिक लोन ग्रोथ 16 फीसदी रही जो ओवरऑल सिस्टम के मुकाबले अधिक रहा। ब्रोकरेज के मुताबिक एसबीआई के साथ मार्च तिमाही में इसके कैपिटल एक्सपेंडिचर में उछाल ही इकलौता निगेटिव प्वाइंट रहा।
वहीं एक और घरेलू ब्रोकरेज Motilal Oswal ने इसे 700 रुपये के टारगेट प्राइस पर फिर खरीदारी की रेटिंग दी है। मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक एसबीआई के लिए मार्च तिमाही मिली-जुली रही। इसका मार्जिन बढ़ा और प्रोविजन कम हुआ तो दूसरी तरफ हाई ऑपरेटिंग एक्सपेंडिचर के चलते इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट प्रभावित हुआ। लोन बुक में फ्लोटिंग लोन का रेश्यो अधिक होने के चलते अगर डिपॉजिट कॉस्ट बढ़ता भी है तो इसके नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NII) और ओवरऑल अर्निंग्स से सपोर्ट मिलेगा।
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