Get App

Yes Bank Share Price: ₹404 का शेयर अब ₹16 से नीचे, अभी और टूटेगा भाव या संभलेगा, ये है एक्सपर्ट की राय

Yes Bank Share Price: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक Yes Bank के शेयर एक समय 400 के पार पहुंच गए थे लेकिन अब इसके लिए 20 रुपये का लेवल ही पार करना मुश्किल हो गया है। फिलहाल यह 16 रुपये के नीचे ट्रेड कर रहा है। बैंक के लिए मार्च तिमाही मिली-जुली रही। जानिए निवेश के लिए कैसी स्ट्रैटजी अपनाई जानी चाहिए

Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Apr 29, 2023 पर 9:55 AM
Yes Bank Share Price: ₹404 का शेयर अब ₹16 से नीचे, अभी और टूटेगा भाव या संभलेगा, ये है एक्सपर्ट की राय
Yes Bank एक समय काफी दमदार शेयर था। करीब दस साल पहले 25 मार्च 2013 को यह 87.03 रुपये पर था। इसके करीब पांच साल बाद 20 अगस्त 2018 को यह 394 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इंट्रा-डे में यह 404 रुपये तक पहुंच गया यानी कि पांच साल में निवेशकों की पूंजी 364 फीसदी बढ़ गई थी।

Yes Bank Share Price: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक Yes Bank के शेयर एक समय 400 के आस-पास ट्रेड हो रहे थे और इंट्रा-डे में यह 404 रुपये पर पहुंच गया था। हालांकि अब यह 16 रुपये के नीचे भी ट्रेड हो रहा है। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक अभी यह टूटकर 14 रुपये के नीचे आ सकता है। जनवरी-मार्च 2023 में बैंक को तिमाही आधार पर शानदार मुनाफा हासिल हुआ। हालांकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का इस पर भरोसा कम हुआ है और 13.5 रुपये का टारगेट (Yes Bank Target Price) फिक्स किया है जो मौजूदा लेवल से करीब 14 फीसदी नीचे है। इसके शेयर शुक्रवार 28 अप्रैल को बीएसई पर 15.68 रुपये पर बंद हुए थे।

ब्रोकरेज ने क्यों नहीं है Yes Bank पर भरोसा

यस बैंक के लिए मार्च 2023 तिमाही मिली-जुली रही। हेल्दी बिजनेस ग्रोथ और एनआईएम (नेट इंटेरेस्ट मार्जिन) के साथ एसेट क्वालिटी में सुधार रहा। हालांकि फ्रेंचाइजी में लगातार निवेश और रिटेल ओरिएंटेशन के चलते प्रॉफिटिबेलिटी कमजोर बना रहा और रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 0.2 रहा। एसेट क्वालिटी और कैपिटल लेवल में तेजी से सुधार के चलते ब्रोकरेज प्रभावित तो है लेकिन इसे सुस्त ऑपरेटिंग अर्निंग्स प्रोफाइल के चलते इस पर दांव नहीं लगा रहा है।

Yes Bank Q4 Results: यस बैंक के मुनाफे में 45% की बड़ी गिरावट, हाई प्रोविजन्स ने निकाला दम

ब्रोकरेज के मुताबिक वित्त वर्ष 24-25 में इसकी कमाई में बहुत धीमे सुधार के आसार दिख रहे हैं क्योंकि रिटेल कारोबार को सेटअप करने में काफी समय लगता है यानी गेस्टेशन पीरियड हाई है और प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है। इसके अलावा एटी-1 बॉन्ड्स को राइट ऑफ करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और इसके नतीजे को लेकर रिस्क बना हुआ है। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसकी रेटिंग को होल्ड से घटाकर रिड्यूस कर दिया है और टारगेट प्राइस 13.5 रुपये पर फिक्स किया है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें