यह तकनीकी समस्या ऐसे समय में आई है, जब ब्रोकर के टेक्नोलॉजी सिस्टम पर नियामक संस्थाओं की निगरानी बढ़ गई है। दिसंबर 2024 में SEBI ने इस तरह की दिक्कतों को कम करने के लिए ब्रोकर सिस्टम ऑडिट के लिए एक ऑनलाइन निगरानी व्यवस्था का प्रस्ताव दिया था। अपने लेटर में सेबी ने मौजूदा ऑडिट में कई कमियों को उजागर किया था, जैसे कि कमजोर क्वालिटी जांच, सीमित फिजिकल विजिट्स और सैंपलिंग जांच में खामियां। इन कमियों को दूर करने के लिए, सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों को एक वेब-आधारित पोर्टल बनाने का सुझाव दिया था, जो ऑडिट की पूरी प्रक्रिया को मॉनिटर करेगा। इसमें ऑडिटरों की नियुक्ति से लेकर ब्रोकर के सिस्टम की फिजिकल जांच और ऑडिट सबूत जमा करने तक सब कुछ शामिल होगा।