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Zerodha News: सेबी के इन नियमों से जीरोधा परेशान, रेवेन्यू में 60% गिरावट की आशंका

जीरोधा (Zerodha) का मानना है कि इंडेक्स डेरिवेटिव के लिए जो रेगुलेटरी फ्रेमवर्क प्रस्तावित है, उससे रेवेन्यू को 30-50 फीसदी का झटका लग सकता है। जीरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने ये बातें एक ब्लॉग में कही। नितिन के मुताबिक वह इस साल रेवेन्यू को सबसे बड़े झटके के लिए तैयार हो रहे हैं और उन्होंने इसकी कुछ वजहें भी गिनाई हैं

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Sep 25, 2024 पर 8:08 AM
Zerodha News: सेबी के इन नियमों से जीरोधा परेशान, रेवेन्यू में 60% गिरावट की आशंका
जीरोधा के मुताबिक सेबी के ट्रू-टू-लेबल सर्कुलर से इसके रेवेन्यू को 10 फीसदी तक का झटका लग सकता है। इसके अलावा कुछ और चीजों से जीरोधा ने रेवेन्यू को झटके की आशंका गिनाई है।

देश के सबसे बड़े ब्रोकरेज में शुमार जीरोधा (Zerodha) का मानना है कि इंडेक्स डेरिवेटिव के लिए जो रेगुलेटरी फ्रेमवर्क प्रस्तावित है, उससे रेवेन्यू को 30-50 फीसदी का झटका लग सकता है। जीरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने ये बातें एक ब्लॉग में कही। नितिन के मुताबिक वह इस साल रेवेन्यू को सबसे बड़े झटके के लिए तैयार हो रहे हैं और उन्होंने इसकी कुछ वजहें भी गिनाई हैं। नितिन का कहना है कि सेबी का ट्रू-टू-लेबल सर्कुलर 1 अक्टूबर 2024 को लाइव होगा और इंडेक्स डेरिवेटिव्स फ्रेमवर्क अगली तिमाही में कभी भी आ सकता है। इनके चलते रेवेन्यू को ओवरऑल 30-50 फीसदी का झटका लग सकता है। जीरोधा के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा इंडेक्स डेरिवेटिव है तो सेबी के नए नियमों के चलते जीरोधा को तगड़ा झटका लगेगा।

क्या है SEBI का True-to-Label निर्देश

बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने ट्रू-टू-लेबल निर्देश 1 जुलाई को जारी किया था और इसे 1 अक्टूबर से लागू कर दिया जाएगा। इसके तहत स्टॉक एक्सचेंजों को अपने सभी ट्रेडिंग मेंबर्स से समान फीस लेना होगा और वे ट्रेडिंग वॉल्यूम या एक्टिविटी के आधार पर छूट नहीं दे पाएंगे। अभी ब्रोकर्स ग्राहकों से वसूल की गई पूरी कीमत और एक्सचेंजों की तरफ से मिली छूट के स्प्रेड से भारी कमाई करते हैं। जीरोधा का अनुमान है कि अब ट्रू-टू-लेबल निर्देशों से रेवेन्यू को 10 फीसदी तक का झटका लग सकता है।

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