Zomato Share Price: ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के शेयरों में आज सुस्त मार्केट में भी जोरदार तेजी आई। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सिटी ने इसका टारगेट प्राइस बढ़ाया तो शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। इस खरीदारी के चलते शेयर 4 फीसदी से अधिक उछल गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया और मुनाफावसूली की लेकिन भाव अधिक नीचे नहीं आने पाए क्योंकि खरीदारी का रुझान मजबूत है। दिन के आखिरी में BSE पर यह 1.48 फीसदी की बढ़त के साथ 262.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 4.63 फीसदी के उछाल के साथ 269.75 रुपये पर पहुंच गया था।
Zomato का टारगेट प्राइस क्यों बढ़ाया CITI ने
जोमैटो ने पेटीएम के एंटरटेनमेंट और टिकटिंग कारोबार को 2048 करोड़ रुपये में खरीदने का ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद सिटी ने इसका टारगेट प्राइस बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया है। सिटी के एनालिस्ट्स का मानना है कि जोमैटो जिस बिजनेस को खरीद रही है, उसके मुकाबले जोमैटो का खुद का 'गोइंग आउट' अधिक तेजी से बढ़ा है लेकिन पेटीएम के कारोबार को खरीदने से इस सेगमेंट में इसकी स्थिति और मजबूत होगी। सिटी ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। कुछ और ब्रोकरेज फर्मों ने जोमैटो का टारगेट प्राइस बढ़ाया है। उनका मानना है कि नई खरीदारी से जोमैटो का टोटल एड्रेसेबल मार्केट (TAM) बढ़ेगा और इसके ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा। ब्रोकरेजेज के मुताबिक बुकमायशो को यह कड़ी टक्कर दे सकेगी।
जोमैटो का ये है कैलकुलेशन
पेटीएम के एंटरटेनमेंट और टिकटिंग कारोबार की खरीदारी पर ब्रोकरेजेज तो उत्साहित हैं ही, जोमैटो का भी मानना है कि यह उसके गोईंग-आउट बिजनेस को मजबूत सपोर्ट देगा। कंपनी का अनुमान है कि खरीदारी के बाद इसके गोईंग-आउट की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू उछलकर वित्त वर्ष 2026 में 10 हजार करोड़ रुपये के पार चली जाएगी। मैनेजमेंट का यह भी मानना है कि मीडियम से लॉन्ग टर्म में ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू के फीसदी के रूप में इसका एडजस्टेड EBITDA मार्जिन 4-5 फीसदी रह सकता है और एडजस्टेड EBITDA बेसिस पर यह ब्रेक-इवन के करीब रह सकती है।
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