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Photos: राजस्थान की सत्ता में कितनी रही है महिलाओं की भागीदारी, जानें अब तक का चुनावी इतिहास

Rajasthan Election 2023: भारत की नई संसद में कामकाज के पहले ही दिन महिलाओं के आरक्षण से जुड़ा ऐतिहासिक विधेयक पेश किया गया। इस विधेयक में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें रिजर्व रखने का प्रस्ताव है। इसके बाद विधानसभा और लोकसभा दोनों जगहों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ जाएगा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार कुछ राज्यों में होने वाले विधनसभा चुनावों के मद्देनजर यह बिल लेकर आई है। हालांकि अभी इसे लागू होने में ही लगभग सात से आठ सालों का वक्त लगेगा। ऐसे में आइये डाल लेते हैं चुनावी राज्य राजस्थान की विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी पर।

अपडेटेड Sep 21, 2023 पर 18:11
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RAJASTHAN ELECTION 2023: आइये डाल लेते हैं चुनावी राज्य राजस्थान की विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी पर

राजस्थान में क्या रहा है महिला नेताओं का प्रतिनिधित्व
साल 1972 के विधानसभा चुनाव में कुल 7 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में थीं। जिनमें से 13 उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत हासिल की थी। उस समय राजस्थान में प्रति हजार पुरुषों पर महिला वोटर का रेशियो 723 था। हालांकि 1977 के विधानसभा चुनावों में 31 महिला उम्मीदवारों में से केवल 1 महिला उम्मीदवार ही जीत सकी थीं। इस साल प्रति हजार पुरुषों पर केवल 763 महिला वोटर थीं।

1980 की विधानसभा चुनाव में क्या थे हालात
साल 1980 के विधानसभा चुनाव में कुल 31 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में थी। इनमें से केवल 10 प्रत्याशी ही चुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब हो पाईं। वहीं 1985 के चुनाव में कुल 45 महिलाएं मैदान में उतरीं और सिर्फ 17 ही चुनाव जीत पाईं। उस साल प्रति हजार पुरुषों पर केवल 728 महिला वोटर थीं।

1990 के चुनाव में क्या थी स्थिति
1990 के विधानसभा चुनाव में कुल 93 महिलाओं को टिकट मिला, जिसमें केवल 11 ही जीत हासिल कर पाई। तब प्रति हजार पुरुषों पर केवल 736 महिला वोटर थीं। इसके तीन साल बाद 1993 में फिर चुनाव हुए, जिसमें कुल 97 उम्मीदवार महिलाएं थीं और केवल 10 को जीत मिली। तब प्रति हजार पुरुषों पर केवल 755 महिला वोटर थीं। फिर 1998 के विधानसभा चुनाव में 69 महिलाएं उम्मीदवार थीं और तब सिर्फ 14 महिलाएं ही विधायक बनीं। तब प्रति हजार पुरुषों पर केवल 786 महिला वोटर थीं।

2000 के बाद क्या रहे हालात
साल 2003 के राजस्थान चुनाव में कुल 118 महिला प्रत्याशियों ने चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन जीत सिर्फ 12 महिलाओं को ही मिल पाई। इस चुनाव में प्रति हजार पुरुषों पर 841 महिला वोटर थीं। साल 2008 में कुल 154 महिलाएं चुनावी मैदान में उतरीं हालांकि इनमें से केवल 28 महिलाएं ही जीत सकीं। इस चुनाव में प्रति हजार पुरुषों पर 874 महिला वोटर थीं।

2013 के विधानसभा चुनाव में क्या थी स्थिति
2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 166 महिला उम्मीदवार थीं। इस बार भी सिर्फ 28 महिला ही चुनाव जीतीं। तब प्रति हजार पुरुषों पर 899 महिला वोटर थीं। वहीं पिछले और साल 2018 के विधानसभा चुनाव की, तो उस दौरान अब तक की सबसे ज्यादा 189 महिलाएं चुनावी मैदान में थीं। जीत सिर्फ 24 को मिली है। हालांकि, बाद में ये आंकड़ा 27 हो गया था।

किस पार्टी की कितनी महिला उम्मीदवार?
अगर पार्टीवार आंकड़ों पर नजर डाली जाए, साल 2018 यानि पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 200 सीटों में से कांग्रेस ने कुल 27 महिलाओं को टिकट दिया था। इनमें से 12 महिलाएं जीती थीं। भारतीय जनता पार्टी ने कुल 23 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया और सिर्फ 10 को ही जीत हासिल हुई। वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में कुल 27 महिला विधायक हैं। इसमें कांग्रेस से 15, बीजेपी से 10, एक विधायक RLP और निर्दलीय महिला विधायक सदन में है।