खेत की तैयारी कैसे करें:
भिंडी की खेती शुरू करने से पहले खेत की गहरी जुताई करें। अंतिम जुताई के समय गोबर की सड़ी हुई खाद मिट्टी में मिला लें। इससे मिट्टी उपजाऊ होगी। खेत को पाटा लगाकर समतल करें। बुवाई जुताई के 8-10 दिन बाद करें ताकि मिट्टी पूरी तरह तैयार हो जाए।(image source: social media)
अच्छे बीज का चयन:
अच्छी उपज के लिए उन्नत किस्म के बीज का चयन करें। बुवाई से पहले बीज को हल्के गुनगुने पानी में भिगो दें। फिर इन्हें सूती कपड़े में लपेटकर गोबर की खाद या भूसे में दबा दें। ऐसा करने से बीज जल्दी और बेहतर तरीके से अंकुरित होंगे।(image source: social media)
बीज की मात्रा और दूरी:
भिंडी की फसल के लिए बीज की सही मात्रा का ध्यान रखें। एक एकड़ खेत के लिए 4-6 किलो बीज पर्याप्त है। लाइन से लाइन की दूरी 30 सेमी और बीज से बीज की दूरी 12-15 सेमी रखें। बीज को फफूंदी नाशक दवाई से साफ करना न भूलें।(image source: social media)
खाद और उर्वरक का सही इस्तेमाल:
खेत में उर्वरक का संतुलित उपयोग बहुत जरूरी है। एक एकड़ खेत के लिए 50 किलो डीएपी और विशेषज्ञ द्वारा सुझाई गई मात्रा में सल्फर का उपयोग करें। सल्फर पौधों को मजबूत बनाता है और रोगों से बचाता है।(image source: social media)
सिंचाई के सही तरीके:
भिंडी की खेती में नमी का ध्यान रखना जरूरी है। ड्रिप सिंचाई पद्धति अपनाने से उत्पादन बेहतर होता है। यह विधि सीधे पौधों की जड़ों तक पानी पहुंचाती है, जिससे पौधों की तेजी से बढ़ोतरी होती है।(image source: social media)
खरपतवार हटाना:
भिंडी के खेत में खरपतवार न पनपने दें। समय-समय पर खेतकी सफाई करें। यह पौधों को पोषण मिलने में मदद करता है और उनकी बढ़ोतरी को तेज करता है।(image source: social media)
फसल में कीटों से बचाव:
भिंडी की फसल को कीटों से बचाने के लिए जैविक या रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग करें। पौधों की नियमित जांच करें ताकि किसी भी प्रकार के कीट प्रकोप को समय रहते रोका जा सके।(image source: social media)
फसल तैयार होने का समय:
सभी निर्देशों का पालन करने पर भिंडी की फसल 35-40 दिनों में तैयार हो जाती है। जनवरी में बोई गई फसल फरवरी में फल देने लगती है, जिसे तुरंत बाजार में बेचा जा सकता है।(image source: social media)
मुनाफा और बाजार मूल्य:
ताजा भिंडी का बाजार में अच्छा दाम मिलता है। फसल के मौसम में भिंडी का भाव 70-80 रुपये प्रति किलो तक हो सकता है। यह किसानों के लिए एक अच्छा मुनाफे का अवसर है। सही तकनीक अपनाकर भिंडी की खेती से बेहतर आय प्राप्त की जा सकती है।(image source: social media)