साधारण कुर्सी पर बैठकर होने वाली ये योगासन न सिर्फ मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं, जॉइंट्स का दर्द और जकड़न कम करते हैं और सबसे बड़ी बात मन को पक्का सुकून पहुंचाते हैं।
चेयर योगा का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसमें किसी किस्म की एक्स्ट्रा मेहनत या जोखिम नहीं है। हर इंसान, चाहे उम्र कोई भी हो, घर में आराम से कर सकता है। नियमित अभ्यास करने पर आपका पोस्चर सुधरता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और अकेलेपन या स्ट्रेस की भावना भी कम होती है।
अगर आप या आपके घर में कोई सीनियर हैं, या बॉडी मूवमेंट में दिक्कत है, तो चेयर योगा से शुरुआत कीजिए। यह आसान, सुरक्षित और बेहद असरदार तरीका है अपने शरीर और मन को एक्टिव, हैल्दी व खुश रखने का।
योगा आसन 1
सीधे बैठना
कुर्सी पर सीधे बैठ जाइए, दोनों पैर जमीन पर रखें, रीढ़ सीधी, और दोनों हाथ ऊपर उठाएं। यह आसन पोस्चर सुधारता है और ध्यान केन्द्रित करता है।
योगा आसन 2
घुटनों पर हाथ रखें, सांस लेते हुए पीठ को अंदर और छाती को बाहर निकालें , सांस छोड़ते हुए पीठ गोल करें और ठोड़ी को सीने तक लाएं। ये कमर की जकड़न दूर करता है और पीठ को मजबूत बनाता है।
योगा आसन 3
पीठ सीधी रखिये, शरीर को धीरे-धीरे एक तरफ घुमाएं, हाथों से हल्का सहारा लें। कुछ सेकंड रुकें, फिर दूसरी तरफ करें। ये पाचन ठीक रखता है और पीठ में अकड़न कम करता है।
योगा आसन 4
कुर्सी के किनारे पकड़ें और एक-एक कर टांगें आगे बढ़ाएं, कुछ सेकंड रोकें और फिर नीचे रखें। दोनों पैरों से बारी-बारी करें। इससे पैरों की ताकत बढ़ती है और ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है।
योगा आसन 5
एक पैर उठाकर टखने को गोल-गोल घुमाएं, दोनों दिशाओं में। यही हाथों की कलाई पर करें। छोटे जॉइंट्स की जकड़न कम होती है और गतिशीलता बनी रहती है।
योगा आसन 6
पैरों को थोड़ा फैलाकर बैठें, रीढ़ सीधी रखें, सांस छोड़ते हुए हाथों को आगे नीचे की ओर बढ़ाएं। ये आसन पीठ और हिप्स की स्ट्रेचिंग करता है और मन को शांत करता है इसके साथ ही रूटीन खत्म करने के लिए गहरी सांसें लें 4 तक सांस लें, 6 तक छोड़ें। ध्यान से सांस लेने से तनाव कम होता है, बीपी कंट्रोल होता है और मन शांति मिलती है।