अगर आप रोजाना टहलते हैं लेकिन वजन नहीं घट रहा या फिटनेस में ज्यादा फर्क नहीं दिख रहा, तो जापान की यह नई वॉकिंग तकनीक आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
यह तरीका आम वॉकिंग से कहीं ज्यादा असरदार माना जा रहा है और साथ ही ये तकनीक सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो रहा है। आइए जानते हैं कि क्या है यह तकनीक और क्यों हो रही है इसकी इतनी चर्चा।
जापान की वॉकिंग तकनीक में चलने की स्पीड, सांस लेने का तरीका और शरीर की पोजिशन का खास ध्यान रखा जाता है। इसे नियमित चलने से ज्यादा असरदार बताया जा रहा है।
इस वॉकिंग का नाम है Namba Walking, जो जापान की पारंपरिक चलने की शैली से प्रेरित है, जहां शरीर का बायां हिस्सा बाएं हाथ के साथ और दायां हिस्सा दाएं हाथ के साथ चलता है।
इस तकनीक में संतुलन बहुत मायने रखता है। इससे आपके मांसपेशियों पर एक साथ बराबर प्रभाव पड़ता है और थकान कम महसूस होती है।
तेज सांसों और बेहतर ऑक्सीजन इंटेक के कारण यह तकनीक दिल और लंग्स के लिए बेहतरीन मानी जा रही है।
आम वॉकिंग के मुकाबले इस स्टाइल से चलने पर अधिक एनर्जी खर्च होती है, जिससे तेजी से वजन घटता है।
इसके साथ ही यह तकनीक शरीर और दिमाग के बीच तालमेल बनाती है, जिससे मानसिक थकावट और तनाव कम होता है।
इस वॉकिंग में चाल थोड़ी फ्लोइंग होती है जिससे जोड़ों पर झटका नहीं लगता । यह बुजुर्गों के लिए भी फायदेमंद है।
सुबह या शाम को हल्की भूख में 20–30 मिनट इस तकनीक से टहलना सबसे असरदार माना गया है।
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Namba Walking सिर्फ एक चलने की शैली नहीं, बल्कि एक फिटनेस मंत्र बनता जा रहा है। इसे अपनाकर न सिर्फ वजन घटाया जा सकता है, बल्कि मानसिक संतुलन और शरीर की ऊर्जा भी बढ़ाई जा सकती है।