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अंधविश्वास और आलस ने किया इस हीरो का करियर किया तबाह, तस्वीरों में देखिए पूरी कहानी

गोविंदा, जिन्होंने 165 फिल्मों और 12 फिल्मफेयर नॉमिनेशन के साथ बॉलीवुड में नाम कमाया, 90 के दशक के सुपरस्टार थे। लेकिन 2000 के दशक में फ्लॉप फिल्मों, राजनीति में कदम और अंधविश्वास के चलते उनका करियर ढलान पर आ गया। उनकी वापसी सफल रही, लेकिन लगातार असफल फिल्मों ने उनके स्टारडम को प्रभावित किया

MoneyControl News
अपडेटेड Dec 20, 2024 पर 15:56
अंधविश्वास और आलस ने किया इस हीरो का करियर किया तबाह, तस्वीरों में देखिए पूरी कहानी

गोविंदा ने 165 फिल्मों में अभिनय किया और 12 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के लिए नामांकित हुए। गोविंदा की गिनती बॉलीवुड के सबसे प्रतिभाशाली और चहेते कलाकारों में होती है।(image source: google)

21 दिसंबर 1963 को गोविंदा का जन्म एक्टर अरुण कुमार आहूजा और सिंगर-एक्ट्रेस निर्मला देवी के घर हुआ। वह पंजाबी और सिंधी परिवार से आते हैं। उनके पिता ने भी 30 फिल्मों में काम किया था। उन्हें अपने एक प्रोडक्शन प्रोजेक्ट की असफलता के कारण परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। (image source: google)

उनका स्टारडम फिल्म 'शोला और शबनम' के बाद चमका। इसके बाद गोविंदा ने 'आंखें', 'खुद्दार', 'दुलारा', 'कुली नंबर 1', 'हीरो नंबर 1', 'राजा बाबू', और 'छोटे मियां बड़े मियां' जैसी हिट फिल्मों में काम किया। उनके डांस और कॉमेडी ने उन्हें 90 के दशक का सबसे बड़ा सुपरस्टार बना दिया।(image source: google)

गोविंदा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत बतौर लीड एक्टर 'तन-बदन' फिल्म से की। इसके बाद उन्होंने 'लव 86' की शूटिंग शुरू की। उनकी पहली रिलीज फिल्म 'इल्जाम' थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया। इसके बाद, 'लव 86' भी हिट साबित हुई। उन्होंने कई और हिट फिल्मों जैसे 'घर घर की कहानी', 'हत्या', 'जंगबाज', और 'ताकतवर' में काम किया। (image source: google)

हालांकि, 2000 के दशक में  उन्होंने कई असफल फिल्मों का सामना किया। उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा और कांग्रेस पार्टी की सीट से चुनाव जीतकर 2003-2005 तक फिल्म इंडस्ट्री से ब्रेक लिया।(image source: google)

गोविंदा ने 2006 में फिल्म 'भागमभाग' से शानदार वापसी की। हालांकि, इसके बाद उनकी कई फिल्में जैसे 'मनी है तो हनी है', 'चल चला चल', 'नॉटी@40', और 'रंगीला राजा' फ्लॉप साबित हुईं। (image source: google)

उनके करियर के डगमगाने की वजह पर पहलाज निहलानी ने एक इंटरव्यू में कहा कि गोविंदा अंधविश्वास का शिकार हो गए थे। उन्होंने भविष्यवाणी और अन्य बातों पर ध्यान देना शुरू कर दिया था। उनका आलस्य और भोला स्वभाव भी उनके करियर के पतन का कारण बना।(image source: google)

गोविंदा की कहानी उनकी उपलब्धियों और संघर्षों भरा है। एक दौर का सुपरस्टार अपने फैंस के दिलों में हमेशा के लिए बसा हुआ है।(image source: google)

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First Published: Dec 20, 2024 3:56 PM

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