बच्चों के लिए नैचुरल, ऑर्गेनिक कलर्स का प्रयोग करें। ये रंग फूलों और जड़ी-बूटियों से बने होते हैं और स्किन पर आराम से अप्लाई किए जा सकते हैं। होली मनाने के लिए चंदन पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
माता-पिता को बच्चों को पुराने कपड़े पहनाने चाहिए। बच्चों की त्वचा को धूप और हानिकारक रंगों से बचाने के लिए उन्हें लंबी बाजू वाली शर्ट और पूरी लंबाई वाली पैंट पहनाएं।
बच्चों को अपनी आंखों को रंगों से बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनने के लिए कहें।
बच्चों को अपने हाथों में रंगों से अपनी आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए क्योंकि इससे कॉर्निया में डैमेज हो सकता है।
होली खेलते समय बच्चों को खुद को हाइड्रेटेड रखना चाहिए। सुनिश्चित करें कि वे खूब पानी पियें।
बच्चों को पानी के गुब्बारों से होली खेलने से बचना चाहिए। इससे चोट लग सकती है।
होली मनाने के बाद बच्चों को अपने शरीर के रंग हटा देने चाहिए। त्वचा की जलन को रोकने के लिए बच्चों की त्वचा के प्रकार के अनुसार सूप का प्रयोग करें।
उनके पूरे शरीर और चेहरे पर नारियल तेल या क्रीम की एक परत लगाएं। तेल से रंग आसानी से निकल जाएगा।