
कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि उसने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के साथ एक लाइसेंसिंग एग्रीमेंट साइन किया है। यह एग्रीमेंट T-90 टैंक के लिए ड्राइवर नाइट साइट (DNS) की टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर के लिए है।
DRDO, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत आती है। DNS सिस्टम, कम रोशनी और रात के ऑपरेशंस के दौरान टैंक ड्राइवरों के लिए बेहतर विजिबिलिटी उपलब्ध कराता है। इसके चलते यह आर्मर्ड व्हीकल को चलाने और लड़ाई की तैयारी के लिए एक जरूरी कंपोनेंट है।
पारस डिफेंस ने इस एग्रीमेंट से जुड़ी और कोई डिटेल शेयर नहीं की है। लेकिन इस एग्रीमेंट से इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स और डिफेंस टेक्नोलॉजी में कंपनी का पोर्टफोलियो मजबूत होने की उम्मीद है।
पारस डिफेंस में सितंबर 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 53.20 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर साल 2025 में अब तक 43 प्रतिशत चढ़ा है। 3 महीनों में कीमत 10 प्रतिशत उछली है।
Paras Defence and Space Technologies का मार्केट कैप बढ़कर 5800 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया। शेयर की फेस वैल्यू 5 रुपये है। यह एक BSE SmallCap शेयर है।
कंपनी का सितंबर 2025 तिमाही में स्टैंडअलोन रेवेन्यू 102.72 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 22.26 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 में पारस डिफेंस का रेवेन्यू 333.85 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 65 करोड़ रुपये रहा था।